Ranchi में फ्लाइओवर यूटिलिटी शिफ्टिंग के दौरान अनियमितता, जिस एमबी पर नकली हस्ताक्षर, वह पथ निर्माण विभाग का
Ranchi News रांची के निर्माणाधीन सिरमटोली-राजेंद्र चौक-मेकान फोरलेन फ्लाईओवर निर्माण के क्रम में बिजली की यूटिलिटी शिफ्टिंग के कार्य में बड़े पैमाने पर जालसाजी करने का प्रयास हुआ था। कार्य करने वाली एजेंसी जहां संदेह के घेरे में है वहीं पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि पथ निर्माण विभाग इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।

प्रदीप सिंह, रांची। राजधानी के निर्माणाधीन सिरमटोली-राजेंद्र चौक-मेकान फोरलेन फ्लाईओवर की यूटिलिटी शिफ्टिंग में फर्जीवाड़े की परत-दर-परत खुल रही है। फ्लाइओवर निर्माण के क्रम में बिजली की यूटिलिटी शिफ्टिंग के कार्य में बड़े पैमाने पर जालसाजी करने का प्रयास हुआ था। कार्य करने वाली एजेंसी जहां संदेह के घेरे में है, वहीं पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पथ निर्माण विभाग ने साध ली चुप्पी
बिजली वितरण निगम ने स्पष्ट किया है कि जिस मेजरमेंट बुक (एमबी) पर बिजली के कार्यपालक अभियंता और सहायक अभियंता के नकली हस्ताक्षर किए गए, वह मेजरमेंट बुक पथ निर्माण विभाग का है। बिजली वितरण निगम को इससे कुछ लेना-देना नहीं है। उल्लेखनीय है कि मेजरमेंट बुक नंबर-3592 पर बिजली इंजीनियरों का नकली हस्ताक्षर किया गया।
पूरा प्रकरण सामने आने के बाद कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उधर पथ निर्माण विभाग इस संबंध में कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता इजराइल मंसूरी चुप्पी साधे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि बिजली विभाग की तरफ से रानी संस नामक कंपनी डिपोजिट हेड का काम कर रही है।
किसे जारी किया गया था एमबी
सवाल यह उठ रहा है कि जिस मेजरमेंट बुक पर बिजली इंजीनियरों के फर्जी हस्ताक्षर किए गए, उसे किस इंजीनियर के नाम से जारी किया गया था। लेखा विभाग के पास इसका पूरा ब्योरा रहता है।
संबंधित इंजीनियर अथवा पदाधिकारी के हस्ताक्षर से एमबी बुक जारी किया जाता है। बिजली वितरण निगम के पदाधिकारियों ने भी पथ निर्माण विभाग से यह बताने को कहा है कि कार्यालय में मिला पत्र और मेजरमेंट बुक किस माध्यम से प्राप्त किया गया है, उसकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
कोकर डिलीजन में एमबी खुद लेकर आए थे पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता
चार जनवरी को पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता इजराइल मंसूरी विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, कोकर के कार्यालय में खुद नकली हस्ताक्षर वाला एमबी लेकर आए थे। इस क्रम में इंजीनियरों ने यह जालसाजी पकड़ी और वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया।
आश्चर्यजनक यह भी है कि इससे संबंधित पत्र पथ निर्माण विभाग भेजने का दावा कर रहा है, वह भी विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, कोकर को नहीं मिला। इस पूरे प्रकरण पर बिजली वितरण निगम के अधिकारियों ने उच्च स्तर पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
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