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    Kota-Ranchi Special Train : कोटा से घर लौटे बच्चे, तो मां-बाप को मिला सुकून; जी भरकर निहारा

    By Alok ShahiEdited By:
    Updated: Sun, 03 May 2020 04:43 AM (IST)

    Lockdown Extension 3 लॉकडाउन के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अपने बच्चों को देखकर सभी 18 बच्चों के माता-पिता की आंखें नम हो आई थी।

    Kota-Ranchi Special Train : कोटा से घर लौटे बच्चे, तो मां-बाप को मिला सुकून; जी भरकर निहारा

    लोहरदगा, जासं। Kota-Ranchi Special Train आंखों में एक सपना लिए उन्होंने अपने बच्चों को राजस्थान के कोटा भेजा था। सपना था कि बच्चे पढ़कर कुछ बन कर लौटेंगे। इन्हीं उम्मीदों के बीच परिस्थितियां कुछ ऐसी पैदा हुई कि अपने बच्चों को एक नजर भर देखने के लिए माता-पिता तरस गए। सरकार ने उनके दर्द को समझा, पहल हुई और आखिरकार माता-पिता की आंखों को सुकून मिला। लोहरदगा पहुंचने पर उनके बच्चे उनके नजरों के सामने थे। लॉकडाउन के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अपने बच्चों को देखकर सभी 18 बच्चों के माता-पिता की आंखें नम हो आई थी। लोहरदगा शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई कर अपना भविष्य बनाने के लिए राजस्थान के कोटा गए डेढ़ दर्जन विद्यार्थी शनिवार की रात लोहरदगा पहुंचे। झारखंड सरकार के प्रयास से लोहरदगा पहुंचे इन सभी 18 विद्यार्थियों के चेहरे पर ख़ुशी देखी गई। कोटा से रेल मार्ग के ज़रिए रांची के हटिया स्टेशन पहुंचे बच्चों की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी विद्यार्थियों को रांची से सुरक्षित बस से लोहरदगा बीएस कॉलेज स्टेडियम लाया गया। जहां पर फिर से शारीरिक दूरी के साथ मेडिकल जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी विद्यार्थियों को 14 दिनों तक होम कोरंटाइन में रहने की हिदायत के साथ घर जाने की अनुमति मिली। यहां से विद्यार्थियों को उनके घर तक प्रशासन ने अपनी निगरानी में पहुंचाया। मौक़े पर बीएस कॉलेज स्टेडियम में एसडीओ ज्योति कुमारी झा, डीटीओ अमित बेसरा, एनडीसी प्रमेश कुशवाहा, एसडीपीओ जितेन्द्र कुमार सिंह, डीएसपी परमेश्वर प्रसाद, इंस्पेक्टर सह सदर थाना प्रभारी जयप्रकाश राणा से लेकर पुलिस व प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी व सरकारी कर्मी मौजूद थे।

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     माता-पिता की आंखों को मिला सुकून, घर लौटे बच्चे

    • लॉकडाउन के लंबे इंतजार के बाद अपने बच्चों को देखकर नम हो आई माता-पिता की आंखें
    • राजस्थानके कोटा से 18 विद्यार्थी पहुंचे लोहरदगा, जांच के बाद सभी को भेजा गया घर 
    • सभी विद्यार्थियों को रांची से सुरक्षित बस से लोहरदगा बीएस कॉलेज स्टेडियम लाया गया, जांच के बाद घर जाने की अनुमति
    • एसडीओ, डीटीओ, एनडीसी के साथ पुलिस, प्रशासनिक और स्वस्थ्य विभाग के पदाधिकारी मौक़े पर रहे मौजूद

    विद्यार्थियों को लाने के लिए दंडाधिकारी व पुलिस अधिकारी के साथ मेडिकल टीम गई थी रांची 

     कोटा से लोहरदगा आने वाले सभी विद्यार्थियों को सुरक्षित लाने के लिए उपायुक्त आकांक्षा रंजन के निर्देश पर दंडाधिकारी व पुलिस प्अधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम रांची के हटिया स्टेशन गई थी। जहां से सभी बच्चों को सुरक्षित बसों में बैठाने के बाद लोहरदगा लेकर पहुंची। उपायुक्त आकांक्षा रंजन ने दंडाधिकारी के रूप में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के अंतर्गत मनरेगा के परियोजना पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार के साथ पुलिस अवर निरीक्षक भागीरथ महतो को मेडिकल कर्मी विकास कुमार को साथ लेकर रांची भेजा था। दंडाधिकारी अमरेन्द्र कुमार ने सभी विद्यार्थियों के मोबाइल में आरोग्य एप्प डाउनलोड कराया। जबकि एमपीडब्ल्यू विकास कुमार ने विद्यार्थियों को स्वास्थ्य जांच कर सभी को मास्क व सैनिटाईज़र  उपलब्ध कराया।

    विद्यार्थियों को लाने के लिए प्रशासन ने की थी मुक्कमल व्यवस्था

    कोटासे लोहरदगा आने वाले 18 विद्यार्थियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से मुक्कमल  व्यवस्था की गई थी। रांची के हटिया रेलवे स्टेशन पर लोहरदगा जिला प्रशासन ने समय से बस लगाकर रखा था। जहां से सभी विद्यार्थियों को पुलिस सुरक्षा घेरे में लोहरदगा लाया गया। बीएस कॉलेज स्टेडियम में सभी का स्क्रीनिग करने के बाद जिला प्रशासन द्वारा संचालित वाहन से उनके घरों तक पहुंचाया गया। जिला प्रशासन की ओर से विद्यार्थियों के परिजन को किसी भी सूरत में रांची रेलवे स्टेशन या अन्य जगहों पर नहीं जाने की अपील पूर्व में हीं की गई थी। उपायुक्त आकांक्षा रंजन ने कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा पर्याप्त संख्या में गाड़ियों की व्यवस्था कर सभी बच्चों को उनके घरों तक सकुशल पहुंचाने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि कोटा से लोहरदगा पहुंचने वाले बच्चों के सभी अभिभावक से पहले हीं अपने-अपने घर में रहकर बच्चों को घर पर ही रिसीव करने की बात कही गई थी, जिसका अनुपालन कर लोगों ने प्रशासन का सहयोग किया।

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