झारखंड में वोटिंग से पहले आयकर विभाग का बड़ा एक्शन, CM हेमंत के पर्सनल सेक्रेटरी के ठिकानों पर छापा
आयकर विभाग को सूचना है कि झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election 2024) में हवाला के जरिये भारी मात्रा में काले धन का इस्तेमाल होना है। इसी उद्देश्य से छापेमारी हो रही है। छापेमारी में क्या कुछ निकला इसपर आयकर के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। उनका कहना है कि छापेमारी राजनीतिक है इसलिए फिलहाल वे कुछ नहीं बोलेंगे।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election 2024) में मतदान से महज चार दिन पहले आयकर विभाग ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वरिष्ठ आप्त सचिव सुनील श्रीवास्तव व उनसे जुड़े सहयोगियों आदि से संबंधित 16 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। इनमें सात ठिकाने रांची व नौ ठिकाने पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला-खरसांंवा के इलाकों में हैं।
आयकर विभाग को सूचना है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में हवाला के जरिये भारी मात्रा में काले धन का इस्तेमाल होना है। इसी उद्देश्य से छापेमारी हो रही है। छापेमारी में क्या कुछ निकला, इसपर आयकर के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
उनका कहना है कि छापेमारी राजनीतिक है, इसलिए फिलहाल वे कुछ नहीं बोलेंगे। आयकर विभाग के अधिकारी केंद्रीय बलों के जवानों के साथ रांची के अशोक नगर रोड नंबर चार के सामने स्थिति गली में रहने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वरिष्ठ आप्त सचिव सुनील श्रीवास्तव व उनकी पत्नी तथा पारिवारिक सदस्यों के ठिकानों पर पहुंचे थे।
जमशेदपुर में सुनील श्रीवास्तव के करीबी व्यवसायिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी आयकर के अधिकारी सूचनाओं को सत्यापित कर रहे हैं। यह छापेमारी रविवार को भी जारी रहने की उम्मीद है। आयकर की टीम ने जमशेदपुर के विष्टुपुर व जुगसलाई, सरायकेला-खरसांवा के आदित्यपुर, गम्हरिया स्थित अंजनिया इस्पात कंपनी, झामुमो के गणेश चौधरी के आवास व कार्यालय सहित आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित व्यवसायी गोविंद पारिख के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी तलाशी ली है।
छापेमारी का नेतृत्व आयकर विभाग के अपर निदेशक अनुसंधान शुभम अग्रवाल कर रहे हैं। शनिवार को दिनभर चली छापेमारी में आयकर विभाग को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, कागजात व इलेक्ट्रानिक डेटा आदि मिले हैं, जिसको विभागीय अधिकारी खंगाल रहे हैं।
26 अक्टूबर को भी आयकर विभाग ने झारखंड-बंगाल के 35 ठिकानों पर की थी छापेमारी
गत 26 अक्टूबर को भी आयकर विभाग ने झारखंड व पश्चिम बंगाल में हवाला कारोबारियों, व्यापारियों से जुड़े 35 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। यह छापेमारी रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह व कोलकाता में हुई थी। इस छापेमारी में विभाग ने 150 करोड़ की बेनामी संपत्ति का पता लगाया था।
करीब 150 खाते फ्रीज कराए थे, 70 लाख रुपये जब्त किए थे और तीन किलोग्राम जेवरात की बरामदगी की थी। जमशेदपुर में संजय पलसनिया, संजय अग्रवाल व शरद पोद्दार से जुड़े ठिकानों को आयकर विभाग ने तलाशा था। दो हफ्ते के भीतर आयकर विभाग ने एक बार फिर दबिश दी है। छानबीन जारी है।
आयकर छापे के बीच सांसद निशिकांत दुबे का एक्स पोस्ट चर्चा में
राज्य में 16 ठिकानों पर आयकर के छापे के बीच गोड्डा के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने एक्स पर कुछ सनसनीखेज सूचनाओं को पोस्ट कर चर्चा बटोरी है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आप्त सचिव सुनील श्रीवास्तव के यहां छापेमारी पर यह प्रतिक्रिया दी है कि सुनील श्रीवास्तव का दुबई कनेक्शन क्या है। मंडल जो उनका पार्टनर हैं, वह दुबई में क्यों हैं और कौन सी कंपनी चलाते हैं। उनका आयकर रिटर्न में जिक्र क्यों नहीं है। कौन सी कंपनी अभी एक साल पहले बंद की है, जिसमें 10 करोड़ रुपये का नकदी जमा है। 20 लाकर का मालिक कौन है।
इससे पूर्व उन्होंने दूसरे पोस्ट में लिखा है कि एक जूनियर इंजीनियर के यहां आयकर छापा झामुमो को क्यों परेशान कर रहा है। दाल में केवल काला ही काला है। सांसद ने यह भी लिखा है कि भ्रष्टाचार की सभी सीमा को पार करने नाम हेमंत सरकार है। सांसद डा. निशिकांत दुबे के अनुसार सुनील श्रीवास्तव जूनियर इंजीनियर हैं। उनकी पत्नी दस कंपनियों में निदेशक हैं। सुनील श्रीवास्तव एक अधिकारी हैं, एक लोकसेवक हैं। वे झामुमो के कार्यकर्ता नहीं हैं। यही छापेमारी अन्य अधिकारी के ठिकाने पर होती है तो इसका चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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