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    Jharkhand News: गंभीर बीमारियां भगाने के नाम पर कराया जा रहा मतांतरण, आदिवासी सरना विकास समिति ने गवर्नर से मिलकर दी जानकारी

    By Kanchan SinghEdited By: Kanchan Singh
    Updated: Thu, 16 Oct 2025 03:02 PM (IST)

    आदिवासी सरना विकास समिति ने राज्यपाल को बताया कि झारखंड में गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने के नाम पर धर्मांतरण किया जा रहा है। समिति ने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने और आदिवासियों के धर्म और संस्कृति की रक्षा करने की मांग की है। उन्होंने धर्मांतरण से आदिवासी समाज में अशांति फैलने की बात कही।

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    आदिवासी सरना विकास समिति ने राज्यपाल से मिलकर अंधविश्वास फैलाने एवं धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

    राज्य ब्यूरो, रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से गुरुवार को झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति के एक शिष्टमंडल ने राज भवन पहुंचकर भेंट की तथा राज्यपाल को चर्च मिशनरी द्वारा अंधविश्वास को बढ़ावा देने और गंभीर बीमारियों को ठीक करने के नाम पर अवैध मतांतरण की गतिविधियों से अवगत कराया।

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    कहा जा रहा- प्रार्थना से अंधा, लंगड़ा, गुंगा वएड्स ग्रसित भी हो सकता है ठीक

    उन्होंने राज्यपाल को इससे संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्राम चान्द, थाना तुपुदाना, पंचायत हरदाग, प्रखंड नामकुम, जिला रांची में एक वर्ष से बिना किसी स्थानीय या जिला प्रशासन की अनुमति के झारखंड महाभिषेक चर्च द्वारा टेंट पंडाल लगाकर दावा किया जा रहा है कि प्रभु यीशु के नाम पर प्रार्थना करने से अंधा, लंगड़ा, बहरा, गुंगा, महामारी, एड्स इत्यादि गंभीर बीमारियां ठीक हो सकती हैं।

    इसी बहाने गुप्त रूप से लोगों का मतांतरण कराया जा रहा है, जो अवैध है। शिष्टमंडल ने कहा कि इस तरह के आयोजन अन्य स्थानों पर भी किए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए शुभ संदेश एवं प्रार्थना सभा द जिजस इज लाईफ चर्च मैदान, अनगड़ा, रांची में 20 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक आयोजित की जा रही है।

    झारखंड रिवाइवल मिटिंग-2025 एचईसी धुर्वा, प्रभात तारा मैदान में 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक आयोजित की जा रही है। झारखंड प्रार्थना महोत्सव गुमला बहमनी, ऐरो ड्राम मैदान, नियर डॉन वास्तको स्कूल, गुमला में 15-17 अक्टूबर 2025 को आयोजित हो रहे हैं।

    शिशिष्टमंडल ने राज्यपाल से इस तरह की गैरकानूनी एवं अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली प्रार्थना सभाओं पर रोक लगाने और उचित कार्रवाई की पहल करने का आग्रह किया।