IG ने दिए सख्त निर्देश, एसपी टास्क फोर्स बनाकर अफीम के विरुद्ध चलाएं अभियान
रांची जोन के आइजी मनोज कौशिक ने अफीम की खेती और तस्करी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए आठ जिलों के एसएसपी-एसपी को निर्देश दिए हैं। एसपी को टास्क ...और पढ़ें

अफीम की खेती, तस्करी व तस्करों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के लिए रांची जोन के आइजी मनोज कौशिक ने अपने अधीन के सभी आठ जिलों के एसएसपी-एसपी से पत्राचार किया है
राज्य ब्यूरो, रांची । अफीम की खेती, तस्करी व तस्करों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के लिए रांची जोन के आइजी मनोज कौशिक ने अपने अधीन के सभी आठ जिलों के एसएसपी-एसपी से पत्राचार किया है। इन आठ जिलों में रांची, जमशेदपुर, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, खूंटी, चाईबासा व सरायकेला-खरसांवा जिला शामिल हैं।
आइजी ने संबंधित एसपी को अपने-अपने जिले में टास्क फोर्स गठित कर उससे अफीम के विरुद्ध अभियान चलाने को कहा है। ये टास्क फोर्स अपने-अपने क्षेत्र में अफीम की फसलों को चिह्नित करने के लिए ड्रोन की मदद तो लेंगे ही, इसके अलावा वन विभाग व स्थानीय लोगों की भी मदद लेंगे।
अफीम की खेती व तस्करी में लिप्त लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई, एफआइआर व गिरफ्तारी तक करने का निर्देश दिया गया है। दिसंबर के महीने में अफीम की फसलों में फूल लगते हैं, जिसकी सेटेलाइट इमेज भी बनती है। उसके आधार पर भी अफीम की खेती को चिह्नित करना व उसके विरुद्ध अभियान चलाना आसान होगा।
अब तक की जानकारी के अनुसार रांची, खूंटी, सिमडेगा में सबसे अधिक अफीम की खेती होती है। गत वर्ष झारखंड पुलिस ने 27 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया था। इस दरम्यान 1062 आरोपित गिरफ्तार किए गए थे।
सिर्फ खूंटी जिले में 12520 एकड़, रांची में 4624 एकड़, सिमडेगा में 1500 एकड़, सरायकेला में 1350 एकड़, पश्चिमी सिंहभूम में 1500 एकड़ में लगी अफीम की खेती को नष्ट किया गया था।

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