ICSE ISC Exam Dates 2020: परीक्षार्थी रहें तैयार, रविवार को भी होगी 10वीं और 12वीं की परीक्षा
CISCE Exam. दो पेपरों के बीच समय नहीं मिलेगा। परीक्षा जिस दिन से शुरू होगी उसके आठ दिन पहले तिथि की घोषणा की जाएगी।
रांची, जासं। काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) बोर्ड आइसीएसई (कक्षा 10वीं) व आइएससी (कक्षा 12वीं) के बचे हुए पेपरों की परीक्षा जल्द होगी। एक मई शुक्रवार को सीआइएससीई ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए सरकार के निर्देश के हिसाब से परीक्षा होगी। लेकिन परीक्षा जब भी शुरू होगी उसे छह से आठ दिनों में ही पूरा कर लिया जाएगा। परीक्षाएं लगातार होगी। यहां तक कि शनिवार व रविवार को भी परीक्षाएं ली जाएगी।
परीक्षा जिस दिन से शुरू होगी उसके आठ दिन पहले तिथि की घोषणा की जाएगी। इसकी जानकारी प्राचार्य को ई-मेल पर व सीआइएससीई के के करियर पोर्टल होगी। इन आठ दिनों में प्राचार्य बचे हुए विषयों की परीक्षा की तैयारी करेंगे। परीक्षार्थियों से कहा गया है कि वे तैयारी करते रहें। गौरतलब है कि कोरोना के कारण दोनों कक्षाओं की चल रही परीक्षा को बीच में ही रोक दिया गया था। ऐसे में कक्षा 10वीं के छह व कक्षा 12वीं के 8 पेपरों की परीक्षा नहीं हो सकी थी।
परीक्षा समाप्त हाेने बाद रिजल्ट छह से आठ सप्ताह में
सीआइएससीई ने कहा कि कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षा समाप्ति के छह से आठ सप्ताह के भीतर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। कक्षा दसवी के भूगोल, एचसीजी, बायोलॉजी, इकोनोमिक्स, हिंदी व आर्ट की परीक्षा बची है। वहीं 12वीं की बायोलॉजी, बिजनेस स्टडीज, ज्योग्राफी, सोशियोलॉजी, साइकोलॉजी, होम साइंस, इंग्लिश व आर्ट पेपर की परीक्षा होगी।
कक्षा 11वीं नामांकन लेकर शुूरू करें कक्षा
स्कूल कक्षा 11वीं में प्रोविजनल नामांकन ले सकता है। सीआइएससीई ने कहा कि नामांकन के बाद कक्षा 11वीं की ऑनलाइन पढ़ाई भी शुरू करे। लेकिन यह नामांकन 10वीं के रिजल्ट पर निर्भर करेगा। यह तभी मान्य रहेगा जब छात्र 10वीं में उत्तीर्ण कर लेंगे। कहा, इस लॉक डाउन में विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तरीके से तैयारी करते रहें।
कक्षा आठ तक के बच्चों पढ़ाई को बनाएं मनोरंजक
सीआइएससीई ने सभी स्कूलों से कहा है कि वे कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को टीचिंग-लर्निंग में मनोरंजक व क्रिएटिविटी तरीके को अपनाएं। इससे बच्चे अधिक सीखेंगे। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को सिलेबस के आधार पर ऑनलाइन पढ़ाएं। जिन विद्यार्थियों की परीक्षा बची है शिक्षक उनका डाउट क्लियर करते रहें। उनसे ऑनलाइन बात करें।