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    Ranchi: CM के प्रधान सचिव पद से हटाए गए IAS राजीव अरुण एक्का, भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच संभालेंगे नया विभाग

    By Pradeep singhEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Mon, 06 Mar 2023 08:00 AM (IST)

    भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का का एक वीडियो जारी किया है और उनपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। रविवार देर रात कार्मिक विभाग ने उनके तबादले की अधिसूचना जारी की।

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    प्रेस कांफ्रेंस कर बाबूलाल मरांडी ने लगाए थे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, एक वीडियो क्लिप भी किया था जारी

    रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का पद से हटा दिए गए हैं। उन्हें पंचायती राज विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। रविवार देर रात कार्मिक विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की। एक्का के पास सूचना एवं जनसंपर्क और गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव का भी अतिरिक्त प्रभार था।

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    इससे पहले दिन में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक्का के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। प्रदेश भाजपा कार्यालय में उन्होंने आरोपों से संबंधित एक वीडियो क्लिप भी जारी किया, जिसमें एक्का फाइलों पर हस्ताक्षर करते दिख रहे हैं। वहीं, उनके बगल में खड़ी एक महिला फाइल आगे बढ़ा रही है।

    भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी का आरोप है कि एक्का अरगोड़ा चौक में विशाल चौधरी नामक एक व्यक्ति के निजी कार्यालय में बैठकर सरकारी फाइलें निपटाते हैं। उनको फाइल दे रही महिला सरकारी कर्मी भी नहीं है। वीडियो में किसी काम को लेकर पैसे के बारे में पूछा जा रहा है। भाजपा का एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल राज्यपाल से मुलाकात कर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा।

    उन्होंने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि वे ईडी से भी शिकायत करेंगे। सरकार तत्काल उन्हें पद से हटाए। उन्होंने मुख्य सचिव से भी कार्रवाई का आग्रह किया। बाबूलाल मरांडी ने इस प्रकरण में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने गलत करने वालों को संरक्षण दिया, जिसकी सजा भुगत रहे हैं।

    बाबूलाल मरांडी के आरोपों के बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मचा है। इसे लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म रहा। यह देखा जा रहा था कि भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सरकार क्या निर्णय लेती है। उच्चस्तर पर विमर्श के बाद रविवार को सरकारी अवकाश के बावजूद राज्य सरकार ने राजीव अरुण एक्का को हटाने का निर्णय किया।