अफीम सिंडिकेट का नासूर, 1.65 करोड़ का अफीम डोडा खूंटी में जब्त, तस्कर फरार
झारखंड में अफीम की अवैध खेती पर लगाम कसना प्रशासन के लिए लगातार एक चुनौती बनी हुई है। तमाम प्रशासनिक दावों और कार्रवाई के बावजूद राज्य में सिंडिकेट बनाकर अफीम डोडा का उत्पादन धड़ल्ले से जारी है। खूंटी में हुई बड़ी बरामदगी से एक बार फिर यह साबित हो गया है जहां पुलिस ने एक ट्रक से ₹1.65 करोड़ मूल्य का अफीम डोडा जब्त किया है।

जागरण संवाददाता, खूंटी। झारखंड में अफीम की अवैध खेती और उसके कारोबार का जाल लगातार गहराता जा रहा है। पुलिस के तमाम दावों के बावजूद इस पर पूरी तरह लगाम कसना एक बड़ी चुनौती है।गुरुवार रात खूंटी में हुई एक बड़ी कार्रवाई ने इस बात को फिर साबित कर दिया।
पुलिस ने एक 10-चक्का ट्रक से ₹1.65 करोड़ मूल्य का 1113.7 किलोग्राम अवैध अफीम डोडा बरामद किया। वाहन चालक और तस्कर पुलिस की मौजूदगी भांपकर मौके से फरार होने में कामयाब रहे। यह घटना राज्य में सक्रिय अफीम सिंडिकेट के मजबूत नेटवर्क और इस चुनौती से निपटने में लगातार आ रही दिक्कतों को उजागर करती है।
खूंटी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अपराधी गिरफ्त से बाहर
पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनीष टोप्पो को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर खूंटी पुलिस ने गुरुवार रात सुल्हे गांव के पास छापेमारी की। एसपी टोप्पो ने बताया कि उन्हें विशिष्ट जानकारी मिली थी कि इलाके से एक 10-चक्का ट्रक (रजिस्ट्रेशन नंबर HP 38 C-4159) में अवैध अफीम डोडा लोड किया जा रहा है।
तत्काल कार्रवाई के लिए खूंटी एसडीपीओ वरुण रजक के नेतृत्व में एक विशेष छापामार टीम का गठन किया गया। जैसे ही टीम संदिग्ध स्थान पर पहुंची, पुलिस वाहन को देखते ही ट्रक में डोडा लोड कर रहे चार-पांच तस्कर और चालक अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से चंपत हो गए। पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे भागने में सफल रहे।
39 बोरों में छिपाकर रखा गया डोडा बरामद
पुलिस टीम द्वारा जब ट्रक की गहन तलाशी ली गई, तो चाइना क्ले पाउडर के बोरों के बीच 39 बोरों में छिपाकर रखा गया भारी मात्रा में अवैध अफीम डोडा बरामद हुआ। बरामद डोडा का कुल वजन 1113.7 किलोग्राम है, जिसका अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य ₹1 करोड़ 65 लाख आंका गया है। पुलिस ने तत्काल ट्रक सहित समूचे डोडा को जब्त कर लिया।
इस मामले में ट्रक के चालक, मालिक और इस अवैध डोडा कारोबार में शामिल अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। खूंटी थाना में एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। छापामार टीम में खूंटी एसडीपीओ के अलावा खूंटी थाना प्रभारी मोहन कुमार और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
क्या पुलिस इस सिंडिकेट की जड़ों तक पहुंच पाएगी?
यह बरामदगी झारखंड में अफीम की अवैध खेती और उसके संगठित कारोबार की गहरी जड़ों को स्पष्ट रूप से दर्शाती है। करोड़ों रुपये के डोडा की बरामदगी यकीनन एक बड़ी सफलता है, लेकिन तस्करों का फरार होना बताता है कि पुलिस को इस सिंडिकेट को पूरी तरह से ध्वस्त करने के लिए अभी भी लंबा रास्ता तय करना है।
राज्य में मादक पदार्थों का यह बढ़ता जाल न केवल कानून-व्यवस्था के लिए, बल्कि विशेषकर युवा पीढ़ी के भविष्य के लिए भी एक गंभीर खतरा बन रहा है। क्या पुलिस इस सिंडिकेट की जड़ों तक पहुंच पाएगी और इसके सरगनाओं को पकड़ पाएगी?
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