Hemant Soren: हेमंत सोरेन की शानदार जीत के क्या हैं मायने? I.N.D.I.A के लिए भी संजीवनी बना झारखंड चुनाव
झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन की शानदार जीत ने न केवल झारखंड मुक्ति मोर्चा की सीटें बढ़ाईं बल्कि कांग्रेस का प्रदर्शन भी बरकरार रखा। इस जीत ने विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए भी संजीवनी का काम किया है। हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में प्रमुख नेताओं की मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि उनका कद बढ़ा है।

राज्य ब्यूरो, रांची। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरुद्ध एक कदम आगे बढ़कर चार कदम पीछे जाने वाले विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के लिए झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkkhand Assembly Election 2024) में झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की बड़ी जीत के मायने हैं।
हरियाणा में हार से निराश-हताश कांग्रेस को भी इससे सहारा मिला है, वहीं गठबंधन के लिए यह जीत संजीवनी से कम नहीं है।
यही वजह है कि कांग्रेस (Congress Party) से तकरार के साथ-साथ दूरी बनाने वाले प्रमुख नेताओं ने हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) के साथ-साथ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मुलाकात भी वैसे नेताओं से हुई जो कांग्रेस के साथ तालमेल को लेकर दूरी बनाए हुए हैं।
ममता ने बरकरार रखी थी धमक
बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष (Trinamool Congress President) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने लोकसभा चुनाव के बाद हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में भी अपनी धमक बरकरार रखी है। कांग्रेस के साथ-साथ माकपा से भी उनकी समान दूरी है।
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में उनकी मौजूदगी से यह संदेश गया कि वह भाजपा विरोधी नेताओं के साथ खड़ी हैं। वर्ष 2019 में भी वह हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुईं थी।
अखिलेश यादव ने निभाई भागीदारी
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी समारोह में भागीदारी की।
उनका भी कांग्रेस के प्रति गुबार रह-रहकर सामने आता रहता है। ऐसे में हेमंत सोरेन भविष्य में आईएनडीआईए (I.N.D.I.A Bloc) के बीच बेहतर तारतम्य और समन्वय की कड़ी बने।
आईएनडीआईए में भी बढ़ा कद
शानदार तरीके से सत्ता में वापसी कर हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने आईएनडीआईए (I.N.D.I.A Bloc) में भी अपना कद बढ़ाने में कामयाबी पाई है। शपथ ग्रहण समारोह में प्रमुख नेताओं की मौजूदगी इसका प्रमाण है।
उनकी वापसी इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि ना सिर्फ उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) की सीटें बढ़ाई, बल्कि कांग्रेस का प्रदर्शन भी बरकरार रहा। राजद ने चार सीटें जीतने में कामयाबी पाई।
81 विधानसभा सीटों (Jharkhand Assembly Eelction 2024 Seat) में से 56 सीटों पर आईएनडीआईए (I.N.D.I.A Bloc) को जीत मिली। हेमंत सोरेन (Hemant Soren) अभी आईएनडीआईए की शीर्षस्थ नीति निर्धारक टीम में हैं।
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