Jharkhand: हेमंत सोरेन का 'ट्रिपल M' पर फोकस, इन नेताओं को पार्टी में लाने की तैयारी; फिर होगा 'खेला'!
झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने मूल आधार ट्रिपल एम यानि महतो माझी एवं मुस्लिम को और मजबूत करने की तैयारी में है। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में महतो समुदाय से नए नेतृत्व जयराम महतो का आंशिक उभार हुआ वहीं अबतक इस समुदाय की राजनीति करने वाले आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो को झटका लगा। इस परिस्थिति में JMM ने गंभीरता से इस बिंदु पर तैयारी आरंभ की है।

राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का मूल आधार 'ट्रिपल एम' यानि महतो, माझी एवं मुस्लिम हैं। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में महतो (कुड़मी) समुदाय से नये नेतृत्व जयराम महतो का आंशिक उभार हुआ, वहीं अबतक इस समुदाय की राजनीति करने वाले आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो को झटका लगा।
आजसू पार्टी के हाशिये पर आने से उसके प्रभाव क्षेत्र में काफी हद तक रिक्तता आई है। इस परिस्थिति में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गंभीरता से इस बिंदु पर तैयारी आरंभ की है, ताकि कुड़मी समुदाय पर पकड़ को और मजबूत किया जा सके।
ऐसे में इस समुदाय से प्रभावी नेताओं में शुमार रहे जमशेदपुर के पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो और आभा महतो को एक बार फिर झामुमो में लाने की कवायद चल रही है।
शिबू सोरेन के साथ काम कर चुके शैलेंद्र महतो
शैलेंद्र महतो झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के साथ काम कर चुके हैं और वे इसमें कारगर हो सकते हैं। खासकर कोल्हान प्रमंडल में उनका प्रभाव अधिक है।
झामुमों की कोशिशें जारी
झामुमो के केन्द्रीय महाधिवेशन के पहले इस प्रकार की कोशिशों को इस मायने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि चुनाव में शानदार जीत के बाद पार्टी ने आगे की राजनीतिक चुनौतियों से जूझने की कोशिश तेज की है। पैठ बढ़ने का सकारात्मक राजनीतिक असर दिख सकता है।
हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद तेज हुई कवायद
पूर्व सांसद शैलेन्द्र महतो और आभा महतो ने रांची आकर झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से मुलाकात की है। उनके मुताबिक हेमंत सोरेन बहुत ही कुशलता के साथ सरकार व संगठन को चला रहे हैं।
क्या झामुमो में शामिल होंगे महतो?
झामुमो में फिर से शामिल होने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि वे लंबे अरसे तक पार्टी में रहे हैं। पृथक झारखंड के आंदोलन में काफी सक्रियता रही है। शिबू सोरेन के साथ मिलकर काम करने का लंबा अनुभव है।
महतो ने कहा कि झारखंड के हित से जुड़े विषयों को वे हमेशा मुखरता और निडरता से उठाते हैं। झामुमो ने अलग झारखंड राज्य के संघर्ष को मुकाम दिया है।
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