Jharkhand CM हेमंत सोरेन आज ED के सामने पेश नहीं होंगे, झारखंड में सियासी भूचाल
Jharkhand Latest News झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज गुरुवार को ईडी के सामाने पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं होंगे। इस बीच सत्तापक्ष के विधायकों की बैठक में परिस्थितियों से डटकर मुकाबला करने की बनी रणनीति बनी। हेमंत आज रायपुर में आदिवासी नृत्य महोत्सव में भाग लेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Latest News, ED summons Jharkhand CM Hemant Soren झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं होंगे। वे गुरुवार को रायपुर में हो रहे आदिवासी नृत्य महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने जाएंगे। बुधवार को सत्तापक्ष के विधायकों की मुख्यमंत्री आवास में बैठक पूरे घटनाक्रम को भाजपा की साजिश करार देते हुए निर्णय लिया गया कि इस साजिश के कारण जो परिस्थितियां बनी हैं, उसका डटकर मुकाबला करेंगे। बैठक में प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश का पर्दाफाश करने का भी निर्णय लिया गया और तय किया गया कि सरकार को अस्थिर करने में जुटे राज्यपाल और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री का रायपुर जाने का कार्यक्रम पूर्व से ही निर्धारित है और वे वहां जाएंगे ही। जहां तक ईडी के समन की बात है तो सीएम की ओर से इस संदर्भ में संवाद किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में निर्णय किया गया कि पांच नवंबर से राज्यपाल रमेश बैस और सरकार को अस्थिर करने में जुटी केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन की शुरूआत होगी। सत्ताधारी गठबंधन के सभी दल आंदोलन में भाग लेंगे और हर जिला मुख्यालय में यह आंदोलन होगा। बैठक समाप्त होने के बाद राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर राज्यपाल की साजिश का पर्दाफाश करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को अगर आक्रमण करना है तो वह सीधे करे। राज्यपाल की मंशा सरकार को बर्खास्त करने की है तो सीधे कार्रवाई करें। भाजपा के नेता पीठ में छुरा घोंपना चाहते हैं। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के अलावा राज्य सरकार के मंत्री जगरनाथ महतो को छोड़कर सारे मंत्री और विधायक उपस्थित थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ में बयान दिया था कि झारखंड में एटम बम फटेगा। अब उनको छत्तीसगढ़ में ही जवाब दिया जाएगा। कांग्रेस अपने शासनकाल में बनी संवैधानिक संस्थाओं का पूरा सम्मान करती है लेकिन इसके राजनीतिक दुरुपयोग का विरोध होता रहेगा। मुख्यमंत्री को समन किया गया है तो वे जरूर जाएंगे। ईडी को भी एक बार पूछ लेना चाहिए था कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम क्या है और कब वे समय दे सकते हैं। दूसरी ओर, मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम लोग कोई भगोड़ा नहीं हैं और ना ही कहीं पीठ दिखाने का काम करेंगे। हमारे मुख्यमंत्री सीना तानकर ईडी के दफ्तर में जाएंगे।
आज औपचारिक तौर पर ईडी से समय मांगा जा सकता है
मुख्यमंत्री आवास पर बैठक के बाद विधायकों ने बताया कि ईडी के समन को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने स्तर से तैयारी कर रहे हैं। हालांकि तमाम विधायकों ने इस बात के संकेत दिए कि गुरुवार को औपचारिक तौर पर ईडी से समय मांगा जा सकता है। इसके लिए झामुमो लगातार विधि विशेषज्ञों के संपर्क में है। उन्हीं के परामर्श पर ईडी से पत्राचार भी होगा।
बैठक के बाद झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि राज्य के वर्तमान हालात पर विशेष चर्चा हुई। पांच नवंबर को सभी जिला मुख्यालय में सरकार के खिलाफ की जा रही साजिश के खिलाफ धरना देंगे। 11 नवंबर को विधानसभा का एक विशेष सत्र आहूत किया गया है। इस दौरान 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति और ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण के प्रस्ताव को सदन से पास कर जनता को यह संदेश दिया जाएगा कि सरकार सभी वर्गों के हित में काम कर रही है। मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि विपक्ष जिस तरह सरकार के खिलाफ साजिश रच रही है, उसका हम मजबूती के साथ जवाब देंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 और लोकसभा चुनाव में 12 सीट जीती थी। आगामी चुनावों में उसकी हालत और खराब होगी।