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    'मरीजों को रिम्स रेफर करने की आदत छोड़ें', इरफान अंसारी ने सिविल सर्जनों को दे दी चेतावनी, बोले- अगर एंबुलेंस...

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 11:07 PM (IST)

    स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने सिविल सर्जनों को सदर अस्पतालों में सुधार करने और मरीजों को रिम्स रेफर न करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पतालों में वाई-फाई डॉक्टरों और एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने पुराने एंबुलेंस को बदलने और रांची मॉडल को लागू करने पर जोर दिया।

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    इरफान अंसारी ने सभी सिविल सर्जनों के साथ की बैठक। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, रांची। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने सभी सिविल सर्जनों से सदर अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार के सख्त निर्देश दिए हैं।

    मंगलवार को नामकोम के आईपीएच सभागार में सिविल सर्जनों के साथ हुई समीक्षा बैठक में कहा कि सदर अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने से मरीजों को रिम्स, रांची रेफर कर दिया जाता है।

    सिविल सर्जन छोटी बीमारियों में भी मरीजों को रिम्स रेफर करने की आदत छोड़ें। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों में चिकित्सकों, दवा और एंबुलेंस की कमी का बहाना नहीं चलेगा।

    सिविल सर्जन होंगे जिम्मेदार

    एंबुलेंस नहीं मिलने से किसी मरीज की मौत हुई तो इसके लिए सिविल सर्जन जिम्मेदार होंगे। उन्होंने सभी सदर अस्पतालों में 15 अगस्त तक निशुल्क वाई-फाई की सुविधा बहाल करने के निर्देश दिए।

    साथ ही मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत 15 सितंबर तक सभी अनुमंडलीय अस्पतालों, 15 अक्टूबर तक सभी सीएचसी तथा 15 नवंबर तक सभी पीएचसी को हाई स्पीड इंटरनेट लीज लाइन व निशुल्क वाई-फाई सुविधा से जोड़ने की समय सीमा भी निर्धारित कर दी।

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    मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने, इसके तहत प्रत्येक सदर अस्पताल को वर्ष में छह करोड़ रुपये की राशि उपार्जित करने के लक्ष्य काे पूरा करने के भी निर्देश दिए।

    इरफान अंसारी ने आईपीएचएस मानकों के अनुरूप सभी अस्पतालों को दो वर्षों में अपग्रेड करने, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के प्रचार हेतु प्रमुख स्थलों पर होर्डिंग लगवाने के भी निर्देश दिए।

    मंत्री ने कहा कि दिए गए सभी निर्देशों की समीक्षा एक माह बाद फिर की जाएगी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने योजनाओं में तेजी लाने तथा विभागीय दिशा-निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करने के निर्देश दिए।

    बैठक में अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा, जेएमएचआईडीपीसीएल के प्रबंध निदेशक अबु इमरान, जसास की कार्यकारी निदेशक नेहा अरोड़ा, निदेशक प्रमुख-स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सिद्धार्थ सान्याल एवं अन्य विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

    बड़े शहरों से भी निजी चिकित्सक बुलाने के निर्देश

    बैठक में मंत्री ने सिविल सर्जनों को आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री आरोग्य योजना के तहत सभी सदर एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में प्राइवेट डॉक्टरों की नियुक्ति करने तथा उनकी ओपीडी सेवा शनिवार-रविवार को भी चालू रखने के निर्देश दिए।

    उन्होंने रांची के अलावा पटना, कोलकाता व दिल्ली जैसे शहरों से भी योग्य चिकित्सकों को बुलाकर विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने व्यापक प्रचार-प्रसार और एडवांस बुकिंग प्रणाली सुनिश्चित करने को कहा।

    प्रत्येक स्वास्थ्य उपकेंद्र को मिलेंगे सिम सहित दो-दो टैब

    बैठक में बताया गया कि प्रत्येक स्वास्थ्य उपकेंद्र को ईकेबाइसी के लिए दो-दो टैब सिम सहित प्रदान किए जाएंगे।

    बदले जाएंगे आठ वर्ष से अधिक समय के एंबुलेंस

    मंत्री ने बैठक में 1.5 लाख किमी से अधिक या आठ वर्ष से अधिक पुराने एंबुलेंस की सूची शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ये एंबुलेंस बदले जाएंगे।

    रांची सदर अस्पताल का मॉडल सभी जिलों में लागू करने के निर्देश

    बैठक के बाद सभी सिविल सर्जनों को रांची के सदर अस्पताल का भी भ्रमण कराया गया। मंत्री ने निर्देश दिया कि रांची मॉडल को पूरे राज्य में लागू किया जाए। मानव संसाधन, वित्तीय व तकनीकी सहयोग देने के लिए सरकार तैयार है।