Jharkhand News: 219 विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए निकला टेंडर, 126 की हो सकी नियुक्ति
रांची में स्वास्थ्य विभाग को टेंडर के बाद भी विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं मिले। 219 पदों के लिए टेंडर निकाला गया था पर 126 चिकित्सक ही नियुक्त हुए। नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी गई है और 22 जुलाई को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। चिकित्सकों को सरकारी आवास में रहना होगा और निजी प्रैक्टिस की अनुमति नहीं है। 93 पद अभी भी रिक्त हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। स्वास्थ्य विभाग को टेंडर निकालने के बाद भी पर्याप्त संख्या में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं मिल सके। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत विशेषज्ञ चिकित्सकों के 219 पदों के लिए टेंडर निकाला गया था, लेकिन इसमें 126 चिकित्सक ही नियुक्त हो सके।
विभाग ने मंगलवार को इनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी। इनके पदस्थापन के लिए अलग से आदेश जारी किया जाएगा। वहीं, 22 जुलाई को इन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इसे लेकर चिकित्सकों को नामकोम स्थित आइपीएच सभागार में सुबह 10 बजे से आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बुलाया गया है।
नियुक्त चिकित्सकों की संख्या
जिन 126 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति टेंडर के माध्यम से हुई है, उनमें सबसे अधिक 22 शिशु रोग चिकित्सक सम्मिलित हैं। इसके बाद 20 सर्जन, 19 गायनेकोलाजिस्ट, 17 एनेस्थेटिक्स और 11 जेनरल मेडिसिन शामिल हैं।
इसके अलावा, 10 हड्डी रोग विशेषज्ञ, नौ नेत्र रोग विशेषज्ञ, पांच ईएनटी विशेषज्ञ, पांच साइकेट्रिस्ट, चार रेडियोलाजिस्ट तथा इतने ही त्वचा रोग विशेषज्ञ सम्मिलित हैं। बताते चलें कि टेंडर में उन स्वास्थ्य केंद्रों की सूची तय कर दी गई थी, जहां इनकी सेवा ली जानी है।
सरकारी आवास में रहना होगा
टेंडर की शर्तों के अनुसार, चयनित चिकित्सकों को स्वास्थ्य केंद्र में स्थित सरकारी आवास उपलब्ध होने पर वहां रहना होगा। सरकारी आवास उपलब्ध नहीं होने पर जिला अस्पताल से तीन किमी की परिधि में अपना आवास रखना होगा।
साथ ही चिकित्सक संबंधित स्वास्थ्य केंद्र की दो किमी की परिधि में प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे।
93 पद रह गए रिक्त
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 126 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति किए जाने के बाद भी 93 पद रिक्त रह गए। नियुक्त होनेवाले 126 विशेषज्ञ चिकित्सकों में भी कितने चिकित्सक नियुक्त पत्र लेते हैं तथा योगदान देते हैं, यह बाद में पता चलेगा।
बताते चलें कि कई चिकित्सक नियुक्ति पत्र लेकर भी योगदान नहीं देते। स्वास्थ्य विभाग ने नियमित नियुक्ति के तहत 143 चिकित्सकों की सेवा समाप्त करनी पड़ी। इनकी नियुक्ति जेपीएससी के माध्यम से अलग-अलग वर्षों में हुई थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।