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    Jharkhand News: सबसे पहले अच्छे इंसान और सच्चे देशभक्त बनें, राज्यपाल ने बच्चों का किया आह्वान

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 01:53 PM (IST)

    राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि भारतीय सेना केवल हमारी सीमाओं की रक्षा ही नहीं करती बल्कि हमारे सपनों और भविष्य की भी सुरक्षा करती है। देश की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे जीवन में चाहे जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ें सैनिक डाक्टर इंजीनियर शिक्षक या वैज्ञानिक बनें सबसे पहले अच्छे इंसान और सच्चे देशभक्त नागरिक बनें।

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    राज्यपाल ने कहा कि सेना हमारे सपने और भविष्य की भी सुरक्षा करती है।

    राज्य ब्यूरो, रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित बच्चों से संवाद कार्यक्रम में कहा कि भारतीय सेना केवल हमारी सीमाओं की रक्षा ही नहीं करती, बल्कि हमारे सपनों और भविष्य की भी सुरक्षा करती है।

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    हमारे जवान देश की सुरक्षा में सदैव तत्पर

    हमारे वीर जवान विषम से विषम परिस्थितियों में भी देश की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे जीवन में चाहे जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ें, सैनिक, डाक्टर, इंजीनियर, शिक्षक या वैज्ञानिक बनें, सबसे पहले अच्छे इंसान और सच्चे देशभक्त नागरिक बनें।

    राज्यपाल ने ‘आपरेशन सिंदूर’ को केंद्र में रखकर स्कूली विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स का उल्लेख करते हुए कहा कि ये केवल चित्र नहीं हैं, बल्कि बच्चों के हृदय में बसे देशप्रेम और वीर जवानों के प्रति सम्मान का सजीव प्रतीक हैं।

    जब ये चित्र हमारे वीर सैनिकों तक पहुंचेंगे तो उन्हें अपार प्रेरणा और ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड के युवाओं में सेना में जाने की गहरी अभिरुचि रही है। यह पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।

    राज्यपाल ने विद्यार्थियों को अनुशासन, निरंतर अध्ययन और ऊंचे आदर्श अपनाने का संदेश देते हुए कहा कि राष्ट्र का भविष्य इन्हीं बच्चों के हाथों में सुरक्षित है।

    रक्षा राज्य मंत्री ने कहा, अधिक से अधिक बच्चे सेना से जुड़ें

    कार्यक्रम में उपस्थित रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने सेना द्वारा हाल के दिनों में रांची में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य है कि इनसे प्रेरणा लेकर अधिक से अधिक बच्चे सेना से जुड़ें।

    इसी उद्देश्य से पिछले वर्ष “नो याेर आर्म्ड फोर्सेस” अभियान तथा इस वर्ष एयर शो का आयोजन भी किया गया। सांसद कला महोत्सव के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा आपरेशन सिंदूर पर बनाई गई पेंटिंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें 36 विद्यालयों के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। 

    पिछले 20-25 दिनों में विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स सशस्त्र बलों के साहस और शौर्य को नमन करने का जीवंत प्रतीक हैं। इस कार्यक्रम के तहत 175 स्कूलों के 50 हजार बच्चों तक पहुंचने की योजना है।

    उन्होंने उन सारी पेंटिंग्स को बॉर्डर पर भेजने की घोषणा की ताकि वहां तैनात सैनिक उन्हें देखकर गौरवान्वित महसूस करें। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल यशपाल सिंह एहलावत, रामचंद्र तिवारी, एयर मार्शल सूरज सिंह, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी भी उपस्थित थे।

    बच्चों से मिलने पहुंचे राज्यपाल, रक्षा राज्यमंत्री तथा सीडीएस

    कार्यक्रम के बाद राज्यपाल, रक्षा राज्यमंत्री तथा प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बच्चों के पास पहुंचकर उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग की सराहना की तथा उन्हें शुभकामनाएं दीं। तीनों ने बच्चों को गिफ्ट भी दिए। इस मौके पर बड़ी संख्या में अभिभावक तथा शिक्षक भी पहुंचे थे।