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Jharkhand Politics: आज नामांकन दाखिल कर सकते हैं हरिहर महापात्रा! मतदान में हुई क्रॉस वोटिंग... तो 'खेला' होने की आशंका

झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर होनेवाला राज्यसभा चुनाव तब दिलचस्प होगा जब प्रसिद्ध बिजनेसमैन हरिहर महापात्रा नामांकन दाखिल करेंगे। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन ही यह स्पष्ट होगा कि उनके नामांकन नहीं करने पर दोनों उम्मीदवार भाजपा के प्रदीप वर्मा तथा झामुमो के सरफराज अहमद (घोषणा बाकी) का निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय ही है लेकिन महापात्रा के नामांकन करने पर 21 मार्च को चुनाव होगा।

By Neeraj Ambastha Edited By: Shoyeb Ahmed Published: Sat, 09 Mar 2024 11:32 PM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2024 06:00 PM (IST)
राज्यसभा चुनाव के लिए आज नामांकन हरिहर महापात्रा भर सकते हैं (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव तब दिलचस्प हो सकता है जब प्रसिद्ध बिजनेसमैन हरिहर महापात्रा नामांकन दाखिल करेंगे। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन ही यह स्पष्ट हो पाएगा।

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उनके नामांकन नहीं करने पर दोनों उम्मीदवार भाजपा के प्रदीप वर्मा तथा झामुमो के सरफराज अहमद (घोषणा बाकी) का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है। लेकिन महापात्रा के नामांकन करने पर 21 मार्च को मतदान होगा।

किन विधायकों के जरिए भरेंगे नामाकंन पत्र  

फिलहाल चर्चा इस बात की है कि आखिर महापात्रा ने किन विधायकों के भरोसे नामांकन पत्र खरीदा। ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि उनके नामांकन से राज्यसभा चुनाव में कहीं हिमाचल प्रदेश की तरह खेला ना हो जाए। सोमवार को ही यह तय हो जाएगा कि उनके प्रस्तावक कौन-कौन विधायक बने हैं।

क्योंकि नामांकन पत्र में प्रस्तावक के तौर पर कुल संख्या के 10 प्रतिशत या सदन के कम से कम 10 सदस्यों का समर्थन जरुरी होता है। बता दें कि झारखंड से राज्यसभा तक पहुंचने के लिए विधायकों की पहली प्राथमिकता के 27 वोट की जरुरत होती है।

क्रॉस वोटिंग से बिगड़ सकता है खेल

ऐसे में यदि क्रॉस वोटिंग हुई तो खेल बिगड़ सकता है। हालांकि वर्तमान में सारा समीकरण झामुमो के प्रत्याशी सरफराज अहमद के पक्ष में दिख रहा है। उनके पास झामुमो के 29 विधायकों का समर्थन है। उन्हें समस्या तब होगी जब झामुमो की ओर से क्रॉस वोटिंग होगी।

दरअसल, महापात्रा को कांग्रेस के 17 विधायकों, राजद, भाकपा माले, एनसीपी के एक-एक और दो निर्दलीय विधायकों के वोट मिल जाते हैं तब भी कि वह अधिक से अधिक पहली प्राथमिकता के 22 वोट ला पाएंगे। यदि आजसू के एक वोट को भाजपा के लिए और दो वोट को महापात्रा के साथ जोड़ देते हैं तो भी उन्हें 24 वोट ही मिल पाएंगे।

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