रांची में भव्यता के साथ मनाया जाएगा काली पूजा,50 लाख की लागत से बनेगा अमेरिकी विष्णु मंदिर की झलक वाला पंडाल
रांची में इस वर्ष काली पूजा का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। शहर की प्रमुख समितियां भव्य पंडाल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रही हैं। डोरंडा बाजार समिति 50 लाख की लागत से अमेरिकी विष्णु मंदिर की झलक वाला पंडाल बना रही है। न्यू एजी कोआपरेटिव कॉलोनी और नव जागृति संघ भी भव्य आयोजन कर रहे हैं, जिसमें मां काली की प्रतिमा, मेला और भोग शामिल हैं।

जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी रांची में इस वर्ष काली पूजा का पर्व विशेष भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। शहर की प्रमुख समितियों द्वारा आयोजित काली पूजा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बन रही है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता का भी प्रतीक बन गई है।
न्यू एजी कोआपरेटिव कॉलोनी, नव जागृति संघ और डोरंडा बाजार जैसी प्रतिष्ठित समितियों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भक्तिभाव, कला, और उत्सव का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। मां काली की प्रतिमा, विशाल मेला, झूले, मीना बाजार, फूड कोर्ट और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन होगा।
शहर में सबसे खास डोरंडा बाजार काली पूजा समिति की ओर से इस वर्ष अमेरिकी विष्णु मंदिर की झलक वाले पंडाल का निर्माण 50 लाख की लागत से किया जा रहा है। पांच दिवसीय आयोजन में आकर्षक विद्युत सज्जा, मेला और पारंपरिक भोग के साथ मां काली की आराधना की जाएगी।
तीनों आयोजनों में श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेंगे और काली मां की भक्ति के साथ सांस्कृतिक उत्सव का भी आनंद उठाएंगे।
न्यू एजी कोआपरेटिव कॉलोनी कडरू में बनेगा काल्पनिक पंडाल
न्यू एजी कोआपरेटिव कॉलोनी कडरू में शक्ति क्लब काली पूजा समिति द्वारा इस वर्ष भी भव्य काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। यह पूजा 1987 से लगातार की जा रही है। इस बार पूजा स्थल पर लगभग 5 से 5.5 लाख रुपए की लागत से एक थीम आधारित काल्पनिक किले के रूप में भव्य पंडाल तैयार किया जा रहा है।
पंडाल परिसर में एक विशाल मेले का भी आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले, मीना बाजार और फूड कोर्ट शामिल होंगे। मां काली की प्रतिमा लगभग 11 फीट ऊंची होगी, जिसकी लागत 29 से 30 हजार रुपए है।
रात्रि में काली पूजा के बाद पंडाल में महाभोग और खीर का वितरण किया जाएगा। अगले दिन न्यू एजी कालोनी के हर घर में भोग पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा, 22 और 23 अक्टूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां रहेंगी।
इस वर्ष समिति ने आयोजन के लिए कुल 15 लाख रुपए का बजट तय किया है। समिति की ओर से क्षेत्रवासियों को आयोजन में भाग लेने और भक्ति एवं उत्सव का आनंद लेने का आमंत्रण दिया गया है।
समिति की ओर से पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इस वर्ष लोगों को भव्य पूजा पंडाल देखने को मिलेगा। पंडाल के निर्माण में बंगाल से कलाकार मंगवाए गए है। - मनीष कुमार जायसवाल, पूर्व सचिव, शक्ति क्लब काली पूजा समिति, कडरू
नव जागृति संघ काली पूजा समिति की भव्य तैयारी
1968 में स्थापित नव जागृति संघ काली पूजा समिति इस वर्ष 12 लाख रुपये की लागत से भव्य आयोजन कर रही है। 8 लाख में भव्य पंडाल और एक लाख की लागत से 14 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित होगी। 21 से 24 अक्टूबर तक प्रतिदिन भोग वितरण होगा।
जिसमें दो दिन खिचड़ी, एक दिन हलवा-पूड़ी और एक दिन खीर परोसी जाएगी। खाने-पीने के काउंटर भी लगाए जाएंगे। 24 अक्टूबर को सैकड़ों महिलाएं लाल साड़ी में शामिल होकर महाआरती करेंगी।
विसर्जन 25 अक्टूबर को होगा। आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। पंडाल के साथ रंग-बिरंगी लाइटें, भव्य मंच और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना है।
पूजा पंडाल की तैयारी जोरों पर है। बंगाल से आए कलाकार पूरे उत्साह के साथ पूजा पंडाल के निर्माण में लगे हुए है। पंडाल का निर्माण दिनरात हो रहा है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुटने की उम्मीद है। - अमन साहू, अध्यक्ष, नव जागृति संघ काली पूजा समिति
श्री डोरंडा बाजार काली पूजा समिति में बनेगा अमेरिका का श्री विष्णु मंदिर का प्रारूप
श्री डोरंडा बाजार काली पूजा समिति, डोरंडा द्वारा इस वर्ष 75 वें श्री काली पूजा का आयोजन किया जाएगा। वर्ष 1951 से यहां पूजा कि आयोजन हो रहा है। इस वर्ष अमेरिका का प्रसिद्ध श्री विष्णु मंदिर का प्रारूप बनाया जा रहा है।
समिति के पांच दिवसीय आयोजन को सफल बनाने में समिति के पदाधिकारी व सदस्य कड़ी मेहनत कर रहे हैं। पूजा के दौरान यहां मां काली को प्रतिदिन खिचड़ी सब्जी, चटनी और विभिन्न प्रकार के भाजा का भोग लगाया जाता है और विधि विधान से माता की पूजा अर्चना व आरती की जाती है।
75 वें वर्ष के आयोजन में समिति द्वारा आकर्षक पूजा पंडाल, विद्युत सज्जा और भव्य मेले का विशेष आयोजन कर रही है। मां काली की भव्य प्रतिमा कि निर्माण कराया जा रहा है। परे आयोजन को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के लिए लगभग साठ लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है। पूजा पंडाल के निर्माण में 50 लाख रुपये खर्च होंगे।
- पूजा पंडाल की भव्यता देखते ही बनेगी। यह पूजा पंडाल बनने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। पंडाल के निर्माण में बंगाल से आए कारीगर लगे हुए है।
-- राजू चौरसिया, अध्यक्ष, श्री डोरंडा बाजार काली पूजा समिति, रांची
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