Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Red Cross की कार्य पद्धति पर गवर्नर ने कह दी बड़ी बात, खून की कमी से मरीज की मौत पर अस्पताल संस्था को बताया जिम्मेदार

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 03:02 PM (IST)

    राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा है कि समय पर खून नहीं मिलने से किसी मरीज या व्यक्ति की मौत होती है तो इसके लिए संबंधित अस्पताल के साथ रेडक्रास संस्था जिम्मेदार होगी। राज्यपाल ने रेडक्रास की भूमिका को और अधिक प्रभावी तथा जन-कल्याणकारी बनाने को लेकर कई अहम निर्देश दिए। राज्यपाल ने विशेष रूप से स्वैच्छिक रक्तदान को सामाजिक जनांदोलन का रूप देने पर बल दिया।

    Hero Image
    राज्यपाल ने खून की कमी से होने वाली मौत के लिए रेड क्रास व अस्पताल को जिम्मेदार बताया।

    राज्य ब्यूरो, रांची । राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि समय पर खून नहीं मिलने से किसी मरीज या व्यक्ति की मौत होती है तो इसके लिए संबंधित अस्पताल के साथ Red Cross जिम्मेदार होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह दोनों की निष्क्रियता और असफलता मानी जाएगी। राज्यपाल की अध्यक्षता में बुधवार को राजभवन में इंडियन रेडक्रास सोसाइटी की राज्य प्रबंध समिति की हुई बैठक में उन्होंने ये बातें कहीं।

    राज्यपाल ने रेडक्रास की भूमिका को और अधिक प्रभावी तथा जन-कल्याणकारी बनाने को लेकर कई अहम निर्देश दिए। राज्यपाल ने विशेष रूप से स्वैच्छिक रक्तदान को  सामाजिक जनांदोलन का रूप देने पर बल दिया।

    उन्होंने कहा कि रक्तदान शिविरों का नियमित आयोजन किया जाए और इनमें विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, एनएसएस, एनसीसी, स्काउट गाइड जैसी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।

    उन्होंने कहा कि रक्तदान एक पुनीत कार्य है, सभी को इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने भी अपने जीवन में 15 से 20 बार रक्तदान किया है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि खून की बर्बादी नहीं होनी चाहिए।

    यदि किसी जिला में यह अधिक मात्रा में एकत्रित हो जाए तो उसे समीपवर्ती जिलों में भेजा जाए। उन्होंने यह भी निदेश दिया कि रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने हेतु व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए । ऐसे रक्तदाताओं को सम्मानित किया जाए, जिन्होंने 50 बार या उससे अधिक रक्तदान किया है।

    बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव सह सोसाइटी के उपाध्यक्ष डा. नितिन कुलकर्णी, राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन, निदेशक (खेल) शेखर जमुआर, सोसाइटी की झारखंड राज्य शाखा से जुड़े पदाधिकारी, जिला इकाइयों के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

    खून की बिक्री पर राज्यपाल ने जताई चिंता

    राज्यपाल ने बैठक में इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की कि कुछ स्थानों पर रक्त की बिक्री की शिकायतें प्राप्त होती हैं। उन्होंने सख्त निदेश दिए कि रेडक्रास सुनिश्चित करे कि कोई भी मरीज या परिजन विवश होकर रक्त न खरीदे। संस्था को एक समर्पित और भरोसेमंद रक्तदाता मंच के रूप में समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त करनी चाहिए।

    उन्होंने भारत रत्न नानाजी देशमुख द्वारा किए गए देहदान का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे मानवीय उदाहरण रेडक्रास के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने सोसाइटी को सक्रियता और समर्पण के साथ सेवा कार्य करने  को कहा।

    जिला इकाइयों को बनाएं अधिक सक्रिय

    राज्यपाल ने रेडक्रास की जिला इकाइयों को अधिक सक्रिय और प्रभावशाली बनाने, ग्रामीण एवं जनजातीय क्षेत्रों तक सेवा का विस्तार करने तथा संस्था के सभी कार्यों में वित्तीय पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

    उन्होंने आपदा प्रबंधन, प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संकट से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को नियमित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया ताकि रेडक्रास के स्वयंसेवक हर परिस्थिति में सक्षम और तत्पर रहें।

    इस अवसर पर यह भी कहा गया कि रेडक्रास सोसाइटी की जिला इकाइयां लावारिस शवों का अंतिम संस्कार भी कर सकती हैं, जो एक संवेदनशील सामाजिक दायित्व है।