Jharkhand News: सरकारी अस्पतालों को मिले 22 दंत चिकित्सक,जेपीएससी ने जारी किया परिणाम
राज्य के सरकारी अस्पतालों को 22 नए दंत चिकित्सक मिले हैं। झारखंड लोक सेवा आयोग ने दंत चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए 25 सितंबर को हुए साक्षात्कार का परिणाम जारी किया। इसमें 22 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए। इनमें अनारक्षित श्रेणी के 10 आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के दो एसटी के छह एससी के तीन तथा ओबीसी श्रेणी के एक अभ्यर्थी सम्मिलित हैं।

राज्य ब्यूरो,रांची। राज्य के सरकारी अस्पतालों को 22 नए दंत चिकित्सक मिले हैं। झारखंड लोक सेवा आयोग ने दंत चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए 25 सितंबर को हुए साक्षात्कार का परिणाम जारी किया।
इसमें 22 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए। इनमें अनारक्षित श्रेणी के 10, आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के दो, एसटी के छह, एससी के तीन तथा ओबीसी श्रेणी के एक अभ्यर्थी सम्मिलित हैं।
साक्षात्कार के पहले लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 58 अभ्यर्थी सफल हुए थे। इधर, आयोग ने विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की चल रही प्रक्रिया के तहत उड़िया विषय का परिणाम जारी कर दिया।
इस विषय में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के लिए एक पद अधियाचित था, जिसके लिए एक अभ्यर्थी का चयन किया गया।
वन सचिव हाई कोर्ट में तलब
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की अदालत में फारेस्ट गार्डों को नियमित करने के एकल पीठ के आदेश के खिलाफ दाखिल अपील पर सुनवाई हुई।
सुनवाई के बाद अदालत ने वन विभाग के सचिव को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है। मामले में अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी।
इस संबंध में वन विभाग की ओर से एकलपीठ के आदेश के खिलाफ अपील दाखिल की गई है। पूर्व में एकलपीठ में रामबली दास सहित अन्य की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी।
सुनवाई के दौरान अदालत को बताया गया था कि प्रार्थी फारेस्ट गार्ड के पद पर दैनिक वेतनभोगी के रूप में 1983 से काम कर रहे हैं।
उन्होंने अपने नियमित किए जाने की मांग की। एकल पीठ ने सुनवाई के बाद उन्हें नियमित करने का आदेश दिया था। लेकिन कोर्ट के आदेश का पालन करने की बजाय सरकार की ओर से हाई कोर्ट में अपील दाखिल कर दी गई है।
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