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    Good News: झारखंड के सभी राशन कार्डधारकों को हर माह मिलेगा पांच किलो चनादाल, ये है उद्देश्य

    By Sanjay KumarEdited By:
    Updated: Mon, 18 Apr 2022 06:48 AM (IST)

    Jharkhand News झारखंड के लोगों के लिए खुशबरी है। अब राज्य के सभी राशन कार्डधारकों को हर माह पांच किलो चनादाल मिलेगा। इसमें गुलाबी पीला और हरा कार्ड को ...और पढ़ें

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    Jharkhand News: झारखंड के सभी राशन कार्डधारकों को हर माह मिलेगा पांच किलो चनादाल

    रांची, [अनुज तिवारी]। Jharkhand News झारखंड के सभी राशन कार्डधारकों को अब हर माह राशन में चनादाल देने की तैयारी है। इन कार्ड में गुलाबी, पीला और हरा कार्ड को भी शामिल किया गया है। इससे 58 लाख परिवार के साथ हरा कार्डधारी के 15 लाख लाभुकों को लाभ मिलेगा। इस योजना को लागू करने के लिए खाद्य-आपूर्ति विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसमें हर राशन कार्डधारियों को एक से पांच किलो तक चनादाल दिया जाना है। फिलहाल इस प्रस्ताव को अंतिम अनुमति के लिए कैबिनेट में भेजा जा रहा है, जिसके बाद यह योजना पूरे झारखंड के पीडीएस दुकानों में एक साथ लागू हो सकेगी।

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    मालूम हो कि कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार की ओर से राशन लाभुकों को पांच किलो चनादाल दो माह के लिए निश्शुल्क उपलब्ध कराया गया था। उस वक्त हरा कार्ड की व्यवस्था नहीं थी। इस बार यह योजना राज्य सरकार की ओर से पहल की गई है।

    सभी तरह के लाभुकों को मिलेगा लाभ

    विभाग के निदेशक दीलिप तिर्की ने बताया कि यह पहली व्यवस्था होगी जिसमें सभी तरह के लाभुकों को लाभ मिलेगा। चना दाल देने के लिए राज्य सरकार की ओर से ही तैयारी की गई है। इससे पहले राशन में प्रोटिन के लिए केंद्र द्वारा चना देने का काम चल रहा था, जिसमें सैंपल की जांच में चना की क्वालिटी खराब पायी गई और उसे योजना को लागू नहीं किया गया। लेकिन अब चना दाल राज्य सरकार की ओर से ही खरीदारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि कैबिनेट से पास होने के बाद चनादाल की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला जाएगा। जिसके बाद आगे खरीदारी की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है।

    बाजार दर से आधी कीमत में मिल सकेगी दाल

    राशन दुकानों में मिलने वाली चना दाल सस्ते दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसे लेकर प्रस्ताव तैयार किया गया है। बताया जा रहा है कि यह कीमत बाजार दर से काफी सस्ती होगी, जिसमें लाभुकों को बाजार दर की तुलना में आधी दर देनी हो सकती है। हालांकि दर को लेकर अंतिम निर्णय अभी नहीं लिया जा सका है। लेकिन इस पर मंथन चल रहा है। इसमें देखा जाएगा कि सरकार कितना वहन कर सकती है और ट्रांसपोर्टिंग व अन्य चार्ज क्या होंगे।

    भोजन में प्रोटिन की मात्रा देने का है उद्देश्य

    राशन में चना दाल देने का मुख्य उद्देश्य भोजन में प्रोटिन उपलब्ध कराना है। कोरोना काल में सबसे अधिक समस्या प्रोटिन की कमी को लेकर देखी गई थी। राज्य में सबसे अधिक चुनौती कुपोषण को लेकर है, यही कारण है कि पिछले कुछ वर्षों से भोजन में प्रोटिन देने की कवायद तेज की गई। इसमें पहले चना की योजना थी , जो नहीं लागू हो सकी। फिर कोरोना काल में चनादाल दिया गया ताकि इम्यून सिस्टम को मजबूती दी जा सके। मालूम हो कि झारखंड में लगभग 48 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं। इनमें बड़ी संख्या अति कुपोषित बच्चों की है।