Ghatshila by election result 2025: झारखंड के इस 'घाट' में फिर से नहीं खिला कमल, झामुमो ने 'तीर धनुष' से उम्मीदों को कर दिया छलनी
घाटशिला उपचुनाव में झामुमो ने कमल को फिर से खिलने नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की उम्मीदों को झटका लगा, क्योंकि झामुमो प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन ने 38,601 वोटों से भाजपा के बाबू लाल सोरेन को हराया। झामुमो ने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। जेएलकेएम के रामदास मुर्मू तीसरे स्थान पर रहे।

पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के बेटे व झामुमो प्रत्याशी साेमेश चंद्र सोरेन ने मारी बाजी।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड के इस घाट (घाटशिला) में फिर से कमल नहीं खिला। इस घाट में कमल खिलाने के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की उम्मीदों को झामुमो ने अपने तीर धनुष से छलनी कर दिया।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने घाटशिला विधानसभा सीट अपने पास बरकरार रखने में सफलता प्राप्त की है। 11 नवंबर को यहां हुए उपचुनाव में इस पार्टी को रिकार्ड वोट मिले। पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के बेटे सह पार्टी प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन ने जहां 1,04,936 वोट लाकर अपने प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी बाबू लाल सोरेन को 38,601 मतों से करारी शिकस्त दी।
वहीं अपने पिता की विरासत बचाने में सफलता प्राप्त की। पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की अपने बेटे बाबू लाल को विधायक बनाने की महत्वाकांक्षा लगातार दूसरी बार पूरी नहीं हुई। जमशेदपुर के को-आपरेटिव कालेज में 20 राउंड की मतगणना के बाद निर्वाची पदाधिकारी ने झामुमो के प्रत्याशी सोमेश को विजयी घोषित किया।
दूसरे स्थान पर बाबू लाल सोरेन रहे, जिन्हें कुल 66,335 वोट मिले। तीसरे स्थान पर विधायक जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम के प्रत्याशी रामदास मुर्मू रहे, जिन्हें कुल 11,563 वोट से संतोष करना पड़ा। नोटा को 2,768 वोट मिले। इससे कम ही वोट अन्य 10 प्रत्याशियों को मिले हैं।
झामुमो प्रत्याशी ने पहले राउंड में जो बढ़त बनाई थी, वह बढ़त अंतिम 20वें राउंड तक लगातार बरकरार रही। वोटों की मार्जिन लगातार बढ़ती गई। बताते चलें कि यह सीट शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के 15 अगस्त को हुई असामयिक निधन से खाली हुई थी। यहां 11 नवंबर को हुई मतगणना में कुल 74.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।
झामुमो और जेएलकेएम दोनों के वोट बढ़े, भाजपा के घटे
वर्ष 2024 में हुए विधानसभा चुनाव से इस उपचुनाव के नतीजे से तुलना करें झामुमो और जेएलकेएम दाेनों ने अपने वोटों की संख्या बढ़ाई। दूसरी तरफ, भाजपा के वोट घटे। इस तरह, जेएलकेएम ने एक बार फिर भाजपा के वोटों पर कैंची लगाई।
भाजपा और जेएलकेएम के पुराने प्रत्याशियों ने ही उपचुनाव लड़ा था, जबकि झामुमो से पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के बेटे सोमेश चंद्र सोरेन प्रत्याशी थे।
पिछले चुनाव (2024) की अपेक्षा प्रमुख दलों के लिए कैसा रहा उपचुनाव का परिणाम
प्रत्याशी दल पिछले चुनाव में मिले कुल वोट उपचुनाव में मिले कुल वोट अंतर
रामदास सोरेन झामुमो 98,356 1,04,936 6,580
बाबूलाल सोरेन भाजपा 75,910 66,335 9,575 (-)
रामदास मुर्मू जेएलकेएम 8,092 11,563 3,471

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