प्रेम प्रसंग में एक-दूजे के दीवाने हुए, तो बाली उमर में ही करा दी लड़का-लड़की की शादी
गढ़वा में नाबालिगों की जबरदस्ती शादी कराने के मामले में सीडब्ल्यूसी ने जिला प्रशासन को कार्रवाई का निर्देश दिया है। लड़का-लड़की दोनों की काउंसलिंग भी की गई।
गढ़वा, जासं। गढ़वा जिले के केतार थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़का-लड़की की शादी कराए जाने के मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में सीडब्ल्यूसी ने शादी कराने में शामिल रहे ईंट भठ्ठा संचालक के परिजन, पंचायत प्रतिनिधि समेत सभी जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार सात जून को केतार थाना क्षेत्र के मुटंगवां स्थित ईंट भठ्ठा पर कार्य करने वाले भंडरिया थाना क्षेत्र के एक मजदूर की नाबालिग पुत्री व भठ्ठा के समीप के एक गांव के नाबालिग लड़का की शादी कथित रूप से प्रेम प्रसंग का हवाला देकर करा दी गई थी।
बताया गया कि लड़का के पिता को ईंट भठ्ठा पर बुलाकर शादी के बारे में पहले ही जानकारी दी गई थी। तब लड़का के पिता ने इसका विरोध किया था। इसके पश्चात वह ईंट भट्ठा से घर लौट आया और लड़के की शादी 7 जून को ही उक्त नाबालिग लड़की से करा दी गई। इसके बाद लड़के के पिता ने केतार थाना में इसकी जानकारी देकर अपने नाबालिग पुत्र को वापस कराने तथा दबाव देकर दोनों नाबलिग की शादी कराने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। पुलिस दोनों नाबालिग लड़का-लड़की को थाना लाई तथा गुरुवार को सीडब्लूसी के समक्ष प्रस्तुत किया। सीडब्लयूसी ने दोनों नाबालिगों का बयान उनके अभिभावकों की उपस्थिति में दर्ज किया।
उक्त दोनों नाबालिग की शादी की सूचना मिलने पर भवनाथपुर चाइल्ड लाइन को लड़का-लड़की को सीडब्लयूसी के समक्ष प्रस्तुत कराने का निर्देश दिया गया था। गुरुवार को लड़की की काउंसलिंग करायी गई तथा पुलिस को नाबालिग की शादी के लिए जवाबदेह सभी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया गया। उपेंद्र नाथ दुबे, अध्यक्ष, सीडब्लयूसी, गढ़वा।