झारखंड में अब ई-विद्यावाहिनी एप से बनेगी शिक्षकों व छात्र छात्राओं की उपस्थिति, सब पर रखी जाएगी बारीक नजर
झारखंड के सभी सरकारी विद्यालयों में अब टीचर्स और उनके साथ-साथ बच्चों की उपस्थिति ई-विद्यावाहिनी एप के माध्यम से आनलाइन दर्ज करानी होगी। इसी के आधार पर वेतन वगैरह तय किया जाएगा। इससे पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाइ जाएगी।

रांची, (कुमार गौरव)। जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को अपनी उपस्थिति (Attendence) एवं विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों की उपस्थिति ई-विद्यावाहिनी एप (E Vidyavahini App) के माध्यम से आनलाइन बनानी होगी। इसके लिए बाकायदा विभागीय दिशा-निर्देश जारी किया गया है।
बताया जा रहा है कि इस एप के माध्यम से प्राप्त रिपोर्ट में शिक्षकों की उपस्थिति 80 प्रतिशत बताई जा रही है जबकि बच्चों की उपस्थिति सिर्फ 46 प्रतिशत ही बन पाई है। ऐसे में उठ रहे सवालों के मद्देनजर विभाग ने सख्ती बरतते हुए सभी शिक्षकों व विद्यालय प्रधानों को दिशा निर्देश दिया है कि इसी एप के माध्यम से शत प्रतिशत उपस्थिति बनाई जाए ताकि जिले में पठन पाठन के स्तर को ऊंचा किया जा सके।
यह भी कहा गया है कि अपनी उपस्थिति के साथ-साथ छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कैसे बढ़े इस पर भी शिक्षकों को कसरत करनी होगी।
अटेन्डेंस को लेकर अब नहीं होगी कोई गड़बड़ी
जिला शिक्षा पदाधिकारी कमला सिंह ने बताया कि इस संबंध में क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त सचिव, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची ने दिशा निर्देश भी जारी किया है। बता दें कि इस कार्रवाई के बाद जिले के वैसे विद्यालय जहां शिक्षकों व छात्र छात्राओं की उपस्थिति नहीं रहने के बाद भी उपस्थिति दर्ज कर दी जाती है उस पर विराम लग जाएगा।
क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त सचिव के ये हैं दिशा निर्देश
- सभी शिक्षक अपनी उपस्थिति ई-विद्यावाहिनी एप के माध्यम से आनलाइन बनाना सुनिश्चित करेंगे।
- यदि किसी कारण विद्यालय में मंत्रा डिवाइस खराब हो गई है तो उस परिस्थिति में शिक्षक अपने टीचर आई-डी का उपयोग करते हुए ई-विद्यावाहिनी एप में लाग-इन कर अपनी उपस्थिति मैनुअल माध्यम से बनाएंगे।
- किसी भी परिस्थिति में मैनुअल उपस्थिति विद्यालय के लाग-इन से नहीं बनाया जाए।
- बच्चों की उपस्थिति भी ई-विद्यावाहिनी एप के माध्यम से बनेगी।
- इसमें ध्यान देने की बात यह है कि यदि ई-विद्यावाहिनी एप में बच्चों का डाटा 2022-23 तक अपडेट है उस परिस्थिति में बच्चों की उपस्थिति बनाने के दौरान बच्चे का नाम दिखाई देगा, जिसमें से अनुपस्थित बच्चों को अन-टिक करते हुए डाटा को वर्गवार सबमिट करेंगे। जबकि जिन विद्यालयों का डाटा अपडेट नहीं रहेगा, वैसे विद्यालयों के लाग-इन में वर्गवार नामांकित बच्चों की संख्या एवं उपस्थित बच्चों की संख्या को अंकित करते हुए सबमिट किया जाएगा।
- भविष्य में प्रत्येक माह वेतन, मानदेय भुगतान के समय शिक्षक को अपनी आनलाइन उपस्थिति विवरणी की हार्ड कापी अपने निकासी व व्ययन पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित करना होगा। उपस्थिति विवरणी में ही माह में शिक्षक के द्वारा लिए गए अवकाश प्रतिनियुक्ति की विवरणी विद्यालय के प्राचार्य प्रधानाध्यापक अपने मुहर एवं हस्ताक्षर के साथ सत्यापित करेंगे।
- संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी हर हाल में शिक्षक की ई-विद्यावाहिनी एप से बनाई गई उपस्थिति विवरणी प्राप्त करने के बाद ही वेतन मानदेय भुगतान के लिए कार्रवाई करेंगे।
सभी विद्यालयों को दिया गया है निर्देश
जिला शिक्षा पदाधिकारी (रांची) कमला सिंह के मुताबिक, जिले के सभी विद्यालयों के शिक्षकों व प्रधानों को ई-विद्यावाहिनी एप के माध्यम से उपस्थिति बनाने का दिशा निर्देश दिया गया है। इसी एप के माध्यम से छात्र छात्राओं की उपस्थिति भी बनेगी। इसके लिए विभाग ने सभी पदाधिकारी व शिक्षकों को निर्देश दिया है।

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