Jharkhand Government: अस्पतालों में रुकेगा फर्जीवाड़ा, आउटसोसिर्संग कर्मियों को भी बनानी होगी बायोमेट्रिक हाजिरी
झारखंड में अब अनुबंध तथा आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मियों की भी बायोमेट्रिक उपस्थिति बनानी होगी। इसी के आधार पर भुगतान होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान झारखंड के निदेशक शशि प्रकाश झा ने इसे सुनिश्चित करने के निर्देश सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों एवं अधीक्षकों को दिए हैं। उन्हाेंने इसे सभी मेडिकल कालेजों अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में लागू करने को कहा है।
राज्य ब्यूरो,रांची। अब अनुबंध तथा आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मियों की भी बायोमेट्रिक उपस्थिति बनेगी। इसी के आधार पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत कार्यरत सभी संबंधित कर्मियों या एजेंसी को राशि का भुगतान होगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के निदेशक शशि प्रकाश झा ने इसे सुनिश्चित करने के निर्देश सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों एवं अधीक्षकों को दिए हैं। उन्हाेंने इसे सभी मेडिकल कालेजों, अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में लागू करने केा कहा है।
उन्होंने यह भी कहा है कि जहां अभी तक बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था नहीं है, वहां इसकी अविलंब व्यवस्था की जाए। साथ ही प्रत्येक माह की पांच तारीख को इसके आधार पर उपस्थिति का गणना कर मानदेय का भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
मेडिकल कालेजों, सरकारी अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केंद्रों में आउटसोर्सिग कर्मियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति बनने से फर्जीवाड़ा पर रोक लगेगी। कई बार एजेंसी जितने कर्मियों की सेवा प्रदान करती है, उससे अधिक का भुगतान लेती है।
चिकित्सा प्रभारियों एवं अन्य अधिकारियों की इसमें मिलीभगत भी होती है। एमजीएम, जमशेदपुर सहित अन्य मेडिकल कालेजों एवं सदर अस्पतालों में इस तरह की गड़बड़ियां सामने आती रहती हैं।
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