Champai Soren: 'मैं तो यहीं हूं', BJP में शामिल होने को लेकर पूर्व CM चंपई सोरेन का आ गया जवाब
शुक्रवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की खबर सामने आने के बाद राज्य में सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। शुक्रवार से इसको लेकर राज्य में कयास का दौर शुरू हो गया। इस पर अब पूर्व सीएम ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है। वहीं झामुमो के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम का भाजपा में शामिल होना तय बताया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, रांची। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को लेकर राजधानी में शुक्रवार को कयास का दौर आरंभ हुआ। राजनीतिक गलियारे में यह अटकलें लगाई जा रही है कि चंपई सोरेन नाराज हैं और वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
चंपई सोरेन फिलहाल हेमंत सोरेन सरकार में जल संसाधन विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री हैं। इन अटकलों के बीच उन्होंने शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र सरायकेला में जल संसाधन विभाग के खरकाई लिफ्ट भूमिगत पाइप लाइन सिंचाई योजना का उद्घाटन किया।
सवाल पूछने पर चंपई सोरेन ने दिया जवाब
उनके संदर्भ में लगाई जा रही अटकलों के संबंध में उनसे जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि मेरे दिल्ली में होने की चर्चा हो रही है, लेकिन मैं तो यहीं हूं। अभी मेरा राजनीतिक जीवन लंबा है।
उधर, हाल ही में विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिए गए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बोरियो के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम का भाजपा में शामिल होना लगभग तय हो चुका है।
लोबिन हेम्ब्रम ने राजमहल संसदीय क्षेत्र से दल के प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ा था। मोर्चा अध्यक्ष शिबू सोरेन की शिकायत पर उन्हें विधानसभा अध्यक्ष ने अयोग्य करार दिया था। लोबिन हेम्ब्रम अरसे से मोर्चा के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ बोलते रहे हैं।
भाजपा के नेता लगातार कर रहे तारीफ
चंपई सोरेन को लेकर अटकलों की वजह भी है। भाजपा की ओर से लगातार उन्हें आकर्षित करने की कोशिशें जारी है। सीएम पद से हटाए जाने के बाद कई मौकों पर भाजपा के वरीय नेताओं ने उनकी तारीफ की है। विधानसभा के मानसून सत्र में भी भाजपा नेताओं ने सदन के भीतर उनकी प्रशंसा की।
भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा समेत प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उनके साथ सहानुभूति प्रकट करते हुए झामुमो नेतृत्व पर कई बार निशाना साधा है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सीता सोरेन ने भाजपा में शामिल होकर झामुमो को झटका दिया था। भाजपा ने उन्हें दुमका से घोषित प्रत्याशी सुनील सोरेन को हटाकर चुनाव मैदान में उतारा था। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिल पाई।
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