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    झारखंड के 9 जिलों में 10 अगस्त से खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा, स्टेट टास्क फोर्स की बैठक में फैसला

    झारखंड के 9 जिलों में 10 अगस्त से फाइलेरिया की दवा खिलाई जाएगी। फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर गुरुवार को रांची में स्टेट टास्क फोर्स की बैठक भी हुई। स्टेट टास्क फोर्स की बैठक में अभियान के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया गया। बैठक में स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार लिम्फेटिक फाइलेरिया (हाथीपांव) के उन्मूलन हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

    By Neeraj Ambastha Edited By: Rajat Mourya Updated: Fri, 19 Jul 2024 09:17 AM (IST)
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    झारखंड में 10 अगस्त से खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, रांची। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए राज्य के नौ जिलों में 10 अगस्त को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए ) कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। इस दौरान निर्धारित आयु वर्ग के लोगों को तीन दवाओं डीईसी, अल्वेंडाजोल एवं आइवरमेक्टिन मुफ्त खिलाई जाएगी।

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    इनमें चतरा, गोड्डा, पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, हजारीबाग, जामताड़ा, पलामू, लातेहार एवं दुमका सम्मिलित हैं। इन जिलों के 79 चिह्नित प्रखंडों की लगभग 1.39 करोड़ आबादी में से 1.27 करोड़ लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

    भारत सरकार के निर्देश पर चलाया जा रहा अभियान

    भारत सरकार के दिशा-निर्देश पर यह अभियान वर्ष में दो बार 10 फरवरी एवं 10 अगस्त को यह अभियान चलाया जाता है। पहले चरण में गत 10 फरवरी को राज्य के 14 जिलों में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

    स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने दी जानकारी

    इस कार्यक्रम के सफल संचालन को लेकर गुरुवार को हुई स्टेट टास्क फोर्स की बैठक में स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार, लिम्फेटिक फाइलेरिया (हाथीपांव) के उन्मूलन हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

    उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान फाइलेरिया रोधी दवाओं का वितरण बिल्कुल नहीं होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी लाभार्थी फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही करें।

    अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अन्य विभागों से सहयोग की अपेक्षा जताई। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान किसी लाभार्थी को दवा सेवन के पश्चात किसी प्रकार की कोई कठिनाई प्रतीत होती है तो उससे निपटने के लिए हर प्रखंड में रैपिड रेस्पांस टीम तैनात रहेगी।

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