कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगी आस्था की डुबकी
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शहर वासियों ने स्वर्णरेखा नदी में आस्था की डुबकी लगाई

जासं, रांची : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शहर वासियों ने स्वर्णरेखा नदी में आस्था की डुबकी लगाई। नदियों के तट पर श्रद्धालुओं की भीड स्नान पूजा व दान में जुटी रही। चुटिया स्थित स्वर्ण रेखा नदी के तट पर बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान कर शिव भगवान की पूजा कर दान दिया और सुख समृद्धि की कामना की। पुण्य प्राप्ति के लिए सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा के दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार अन्न, दूध, फल, चावल वस्त्र या अन्य चीजों की दान की गई। साथ ही लोगों ने ब्राह्मणों को भोजन करा दक्षिणा दे कर पुण्य की प्राप्ति का आशीर्वाद मांगा। श्रद्धालुओं का माना है कि इस दिन दान करने से दस यज्ञों के समान फल की प्राप्ति होती है। पंडित बिपिन पांडेय ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने आज के दिन अपना पहला मत्स्य अवतार लिया था। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति व आर्थिक समस्याएं खत्म होती हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन : हरमू नदी के संगम तट पर स्थित श्री कान्य-कुब्ज स्वर्णकार पंचायत द्वारा संचालित इक्कीसों महादेव धाम में मेले का आयोजन संस्था ने किया गया। भक्तों ने संस्था के महासचिव मुकेश वर्मा के संगम तट पर गंगा स्नान करते हुए इक्कीसों महादेव धाम में स्थित शिवलिग में जलाभिषेक कर कार्तिक पूर्णिमा मेले की शुरुआत की। इस अवसर पर सांसद संजय सेठ, विधायक सीपी सिंह, उपमहापौर संजीव विजयवर्गीय ने मेले में पहुंच कर मंदिर में पूजा अर्चना की। इक्कीसों महादेव धाम में हजारों भक्तों ने जलाभिषेक किया। मेले के आयोजन में संस्था के अध्यक्ष रविद्रलाल , उपाध्यक्ष उमेश प्रसाद, संजय बर्मन, अमरनाथ साहु, मुकेश वर्मा, गोपाल सोनी आदि मौजूद थे।
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