पलामू में दो महावत संग गायब हुई हथिनी, यूपी निवासी ने दर्ज कराई शिकायत
पलामू जिले में एक हथिनी की चोरी का मामला सामने आया है। मिर्जापुर निवासी नरेंद्र कुमार शुक्ला ने शिकायत दर्ज कराई है कि रांची से मिर्जापुर जाते समय उनकी हथिनी जोरकट इलाके से गायब हो गई। पुलिस और वन विभाग मिलकर हथिनी और लापता महावतों की तलाश कर रहे हैं। हथिनी में लगी चिप से लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश जारी है। जांच जारी है।

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू )। पलामू जिले में हथिनी चोरी का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के निवासी नरेंद्र कुमार शुक्ला ने सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत में बताया गया कि रांची से मिर्जापुर जाते समय हथिनी सदर थाना क्षेत्र के जोरकट इलाके में चोरी हो गई। सदर थाना प्रभारी लालजी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
हथिनी में लगी चिप की जानकारी वन विभाग को दे दी गई है और उसी के आधार पर उसकी लोकेशन ट्रैक की जा रही है। फिलहाल पुलिस हथिनी और लापता महावतों की तलाश में जुटी हुई है।
इस संबंध में मेदिनीनगर वन प्रमंडल के डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि हाथी के मालिक हाथी को रांची से लेकर मिर्जापुर जा रहे थे। इस दौरान कुंदरी वन प्रक्षेत्र में महावत और हाथी उसके बाद लापता हो गए। उन्होंने कुंदरी वन प्रक्षेत्र के वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी को जांच के लिए लगाया गया है।
जानें क्या है पूरा मामला
यह मामला उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के विंध्याचल निवासी नरेंद्र कुमार शुक्ला से जुड़ा है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें संगम लाल नाम के व्यक्ति से जयमति नाम की हथिनी जिम्मेनामा (अस्थायी मालिकाना हक) पर मिली थी।
चूंकि उनके गांव में हथिनी के खाने-पीने की व्यवस्था ठीक नहीं थी, इसलिए वह उसे लेकर झारखंड आ गए। जिसको रांची से मिर्जापुर ले जाया जा रहा था। इस दौरान उसको ले जाने वाले हाथी के साथ गायब हो गए।
11 अगस्त को हथिनी पहुंची थी पलामू
नरेंद्र शुक्ला ने जयमति नामक हथिनी के देखभाल की जिम्मेदारी मिर्जापुर के मुन्ना पांडेय और चुनार के मन्ना पाठक को सौंपी थी।
दोनों महावत हथिनी के साथ रांची से मिर्जापुर जाने के दौरान पलामू जिले के जोरकट इलाके पहुंचे। 11 अगस्त को हथिनी और महावत वहीं मौजूद थे, लेकिन 13 अगस्त को जब नरेंद्र वापस लौटे, तो हथिनी और दोनों महावत गायब मिले।
इसके बाद नरेंद्र शुक्ला ने पलामू समेत विभिन्न इलाकों में हथिनी और महावतों की खोज की, लेकिन न तो हथिनी का पता चला और न ही महावतों का। थकहार उन्होंने 2 सितंबर को पलामू पुलिस को लिखित शिकायत दी।
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