झारखंड में करंट लगने से हुई हथिनी की मौत, बिजली के पोल में शरीर रगड़ते वक्त हुआ हादसा
झारखंड में एक दर्दनाक घटना में, एक हथिनी की करंट लगने से मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब वह एक बिजली के खंभे से अपना शरीर रगड़ रही थी। वन विभाग घटना की जांच कर रहा है, और क्षेत्र में शोक की लहर है। स्थानीय लोगों ने घटना पर दुख जताया है।

गढ़वा में हथिनी की मौत। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, चिनियां (गढ़वा)। चिनियां थाना क्षेत्र के मुख्य सड़क चपकली मोड़ स्थित कारी-माटी जंगल के निकट रविवार के अहले सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया। चिनियां के जगलों में विचरण कर रहे हाथियों के झुंड में शामिल एक हथिनी की 11, हजार वोल्ट के बिजली की तार की चपेट में आ जाने से मौत हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार शनिवार की रात चिनियां थाना क्षेत्र के चपकली गांव में 25-30 की संख्या में हाथियों का झुंड गांव में देखा गया था। ग्रामीणों की मानें तो गांव से निकलकर वापस जंगल की ओर बढ़ते समय झुंड में चल रही एक हथिनी सड़क के निकट 11 हजार वोल्ट के बिजली पोल में सटकर अपने शरीर को रगड़ रही थी।
इसी बीच पोल में लगा हुआ क्लैंप टूट कर नीचे आ गया। जिसके संपर्क में हथनी का सिर आग गया। इस घटना में हथिनी की करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना की सूचना फैलते ही रविवार की सुबह आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर उमड़ पड़े। हथनी की इस मौत पर उपस्थित लोगों ने गहरा दुख प्रकट किया।
इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पूरे मामले की जांच की। इस घटना को लेकर प्रभारी वनपाल अनिमेष कुमार ने बताया कि ग्रामीण की सूचना पर टीम तुरंत मौके पर पहुंची, जहां एक मृत हथिनी बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया मौत का कारण 11,000 वोल्ट के करंट प्रवाहित तार की चपेट में आना प्रतीत होता है। इस घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दे दी गई है। इसकी जांच में डॉक्टर की टीम भी पहुंच रही है।
उन्होंने कहा कि हथिनी की मौत के स्पष्ट कारण की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। इस मौके पर वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष रामसागर यादव, उपमुखिया प्रतिनिधि रवि प्रसाद, विकास प्रसाद, उपेंद्र प्रसाद, भीम प्रसाद गुप्ता, आरजू मंसूरी, बिजली विभाग के सीमंत चंद्रवंशी, जितेंद्र यादव, जयशंकर प्रसाद, मुकेश प्रसाद समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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