NTPC नार्थ कर्णपुरा ताप विद्युत प्लांट से मार्च से होगा बिजली का उत्पादन, बॉयलर का किया गया सफल परीक्षण
NTPC North Karanpura Thermal Power Plant चतरा का नाॅर्थ कर्णपुरा मेगा ताप विद्युत परियोजना से कुल 1960 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। यहां से देश को सस्ती बिजली मुहैया कराना मकसद है। ढाई से तीन महीनों में पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।
चतरा, जासं। चतरा स्थित एनटीपीसी की नाॅर्थ कर्णपुरा मेगा ताप विद्युत परियोजना से बिजली उत्पादन का मार्ग प्रशस्त हो गया है। गुरुवार को परियोजना के बॉयलर का परीक्षण किया गया। परीक्षण पूरी तरह सफल रहा। एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक असीम कुमार गोस्वामी इसे दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजलि स्वरूप समर्पित कर रहे हैं। 25 दिसंबर को दिवंगत प्रधानमंत्री वाजपेयी जी की जयंती है।
एनटीपीसी नार्थ कर्णपुरा मेगा ताप विद्युत परियोजना का शिलान्यास छह मार्च 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। उस दौरान मौके पर प्रधानमंत्री के साथ तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, विद्युत संसदीय कार्य एवं गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोत मंत्री पीआर कुमार मंगलम, केंद्रीय रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीस, रेल मंत्री नीतीश कुमार, बिहार के तत्कालीन राज्यपाल एसएस भंडारी, तत्कालीन वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एवं कई प्रमुख हस्तियां भी मौजूद थीं। शिलान्यास के दो दशक बाद इस परियोजना से बिजली उत्पादन होने जा रहा है।
बॉयलर लाइट-अप के बाद अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि ढाई से तीन महीनों के अंतराल में पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा। उसके चार से छह महीनों के बाद दूसरी यूनिट और इसी अवधि में तीसरी यूनिट से बिजली का उत्पादन होगा। प्रत्येक यूनिट से 660-660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। कुल मिलाकर 1960 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी। कार्यकारी निदेशक ने बताया कि प्रदेश को सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। परियोजना के जनसंपर्क पदाधिकारी गुलशन टोप्पो ने बताया कि बॉयलर के सफल परीक्षण से अधिकारी और कर्मी काफी गदगद हैं।