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    Jharkhand News: मलेशिया में फंसे झारखंड के आठ मजदूर... गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो के 22 श्रमिक घर लौटे

    By M EkhlaqueEdited By:
    Updated: Thu, 26 May 2022 08:36 PM (IST)

    Jharkhand News रोजगार के लिए झारखंड से मलेशिया गए कई मजदूर अब भी वहां फंसे हुए हैं। हाई कमीशन आफ इंडिया के हस्तक्षेप से अबतक 22 मजूदर किसी तरह झारखंड वापस आ चुके हैं। आठ और श्रमिकों को झारखंड लाने की कवायद जारी है।

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    Jharkhand News: मलेशिया में फंसे झारखंड के आठ मजदूर। गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो के 22 श्रमिक घर लौटे। प्रतीकात्मक फोटो।

    रांची, राज्य ब्यूरो: मलेशिया में फंसे झारखंड के तीन जिले गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो के 22 मजदूरों की झारखंड वापसी विभिन्न चरणों में हो चुकी है। आठ मजदूर वहां अब भी फंसे हुए हैं। राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष उनकी वापसी को लेकर लगातार मलेशिया में हाई कमीशन आफ इंडिया के अधिकारियों के संपर्क में है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर अबतक दो चरणों में मजदूरों की वापसी हुई है।

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    कंपनी द्वारा वापसी का टिकट कराया गया

    पिछले दाे दिनों में 10 मजदूरों की वापसी हुई है, जबकि 12 मजदूर पिछले माह ही वापस लौटे थे। मजदूरों के वहां फंसने की बात सामने आई तो राज्य राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने मलेशिया के भारतीय दूतावास से बात की थी। बताया गया कि 18 मार्च को 30 में से 10 मजदूरों का कंपनी द्वारा वापसी का टिकट कराया गया था, लेकिन कोविड जांच में सभी 10 मजदूर कोरोना पाजीटिव पाए गए थे, जिसके कारण उनका भारत आना स्थगित किया गया था।अब ये सभी झारखंड लौट चुके हैं।

    लाइनमैन के रूप में कार्य कर रहे थे मजदूर

    सभी मजदूर 30 जनवरी 2019 से लीड इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचडी में लाइनमैन के रूप में कार्य कर रहे थे। 30 सितंबर 2021 को सभी की संविदा खत्म हो गई। कंपनी के कहने पर मजदूरों ने अक्टूबर 2021 से जनवरी 2022 तक बिना संविदा के काम किया, जिसका वेतन उन्हें नहीं मिला था। राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने मेल के माध्यम से हाई कमीशन आफ इंडिया, मलेशिया को घटना पर संज्ञान लेने को कहा। इसपर हाई कमीशन आफ इंडिया, मलेशिया ने कंपनी को आदेश दिया कि जल्द सभी के बकाया वेतन का भुगतान करें और सभी को कुआलालंपुर स्थानांतरित करते हुए 15 दिन के अंदर सभी का टिकट एवं उनके भोजन की व्यवस्था करें। इसके बाद कंपनी ने सभी के खाते में वेतन का भी भुगतान किया।