Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jharkhand: टेंडर कमीशन घोटाले में ED ने हरीश यादव को किया गिरफ्तार, काले धन को सफेद करने में था माहिर

    By Jagran NewsEdited By: Yashodhan Sharma
    Updated: Thu, 13 Jul 2023 04:00 AM (IST)

    झारखंड में पद का दुरुपयोग कर सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित करने वाले ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के टेंडर कमीशन घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने दिल्ली के हरीश यादव को गिरफ्तार किया है। यह वीरेंद्र राम के दिल्ली में रहने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल का खास सहयोगी है।

    Hero Image
    टेंडर कमीशन घोटाले में ED ने हरीश यादव को किया गिरफ्तार, काले धन को सफेद करने में था माहिर

    राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड में पद का दुरुपयोग कर सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित करने वाले ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के टेंडर कमीशन घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने दिल्ली के हरीश यादव को गिरफ्तार किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह वीरेंद्र राम के दिल्ली में रहने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल का खास सहयोगी है। इसपर मुकेश मित्तल के कहने पर एक खाते से दूसरे खाते में काले धन का स्थानांतरण कर सफेद बनाने का आरोप है।

    बताया जा रहा है कि इसने विभिन्न किश्तों में करीब 121.83 करोड़ रुपये का स्थानांतरण किया है, जिसका ओटीपी इसी के मोबाइल पर आता था।

    ईडी ने इस मामले में हरीश यादव को पूछताछ के लिए रांची बुलाया और गिरफ्तार किया है। उसे गुरुवार को ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा। यहां ईडी उसे रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से आग्रह करेगी।

    हरीश यादव के रूप में छठी गिरफ्तारी

    वीरेंद्र राम प्रकरण में ईडी ने अब तक छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। सबसे पहले ईडी ने इसी वर्ष फरवरी महीने में वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने उनके चचेरे भाई आलोक रंजन को गिरफ्तार किया।

    जून महीने में ईडी ने वीरेंद्र राम के तीन सहयोगी नीरज मित्तल, तारा चंद उर्फ सचिन गुप्ता व राम प्रकाश भाटिया को गिरफ्तार किया था। अब ईडी ने वीरेंद्र राम के चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल के सहयोगी हरीश यादव को गिरफ्तार किया है।

    कमीशन लेकर काला धन होता था सफेद

    पूर्व में ईडी की छानबीन में यह खुलासा हो चुका है कि सभी आरोपित वीरेंद्र राम से कमीशन लेकर उनके काले धन को सफेद बनाते थे। आरोपितों ने वीरेंद्र राम के करोड़ों रुपयों के काले धन को सफेद बनाया और इसके एवज में कमीशन भी लिया।

    पूर्व में गिरफ्तार तारा चंद की तीन फर्जी कंपनियों के बैंक खातों में नीरज मित्तल राम प्रकाश भाटिया की मदद से नकदी जमा करवाता था और उन कंपनियों के खाते से वीरेंद्र राम के चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल के कर्मचारियों व रिश्तेदारों के खाते में रुपये स्थानांतरित होते थे।

    पिता के खाते में होता था ट्रांजेक्शन

    इस कार्य को मुकेश मित्तल के सहयोगी हरीश यादव करता था, क्योंकि रुपयों के ट्रांजेक्शन का ओटीपी हरीश यादव के मोबाइल पर ही आता था। मुकेश मित्तल कमीशन लेकर उन रुपयों को विभिन्न खातों से वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के खाते में रुपये स्थानांतरित करवाया।

    इसके माध्यम से दिल्ली के साकेत में वीरेंद्र राम ने अपने पिता के नाम पर करोड़ों की संपत्ति खरीदी थी। ईडी की जांच में यह भी स्पष्ट हो चुका है कि तारा चंद की तीन फर्जी कंपनियों खाटू श्याम ट्रेडर्स, अनिल कुमार गोविंद राम ट्रेडर्स व ओम ट्रेडर्स के नाम पर खाते खोले गए थे, जिसका संचालन नीरज मित्तल करता था।

    इसके बदले में वह कमीशन देता था। इन कंपनियों के खाते से अब तक 121.83 करोड़ रुपये का स्थानांतरण हो चुका है। खातों में रुपये स्थानांतरित करने, फर्जी बिल तैयार करने के एवज में नीरज मित्तल का सहयोगी राम प्रकाश भाटिया भी कमीशन लेता था। हरीश यादव इसी सिंडिकेट का हिस्सा था, जिसे ईडी ने पकड़ा है।