शोर और पटाखों के धुएं से सावधानी बरतें हृदय रोगी, दीपावली पर चिकित्सक ने बताए सुरक्षा और सतर्कता के उपाय
दीपावली पर हृदय रोगियों को पटाखों के शोर और धुएं से बचने की सलाह दी गई है। चिकित्सकों के अनुसार, धुएं से सांस लेने में तकलीफ और शोर से हृदय गति बढ़ सकती है। इसलिए, दवाएं समय पर लें, शांत वातावरण में रहें और हल्का भोजन करें। हृदय रोगियों को दीपावली पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू)। दीपावली खुशियों और रोशनी का पर्व है, लेकिन पटाखों का शोर, प्रदूषण और लापरवाही स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है। विशेषज्ञों ने त्योहार के दौरान आंखों, हृदय और त्वचा की सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
पटाखों से आंखों को बचाएं : डा. राकेश कुमार
मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल के नेत्र विभागाध्यक्ष डा. राकेश कुमार ने कहा कि पटाखे जलाते समय सुरक्षित दूरी बनाए रखें और बच्चों की निगरानी करें। हाथ में या कांच के कंटेनर में पटाखे न जलाएं।
आतिशबाजी के दौरान सुरक्षा चश्मा पहनें। आंख में जलन या कण जाने पर साफ पानी से धोएं और डाक्टर की सलाह के बिना कोई मरहम या ड्राप न डालें। छोटी चोट भी हो तो तुरंत नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें।
दिल के मरीज रखें खास ध्यान : डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव
सिविल सर्जन डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पटाखों का तेज शोर और धुआं हृदय रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है। शोर से दिल की धड़कनें बढ़ती हैं और प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
उन्होंने हृदय रोगियों को तेज आवाज वाले पटाखों से दूर रहने, तनाव से बचने और बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सलाह दी।
त्वचा को प्रदूषण और जलन से बचाएं : डा. उदय कुमार
मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ डा. उदय कुमार ने कहा कि पटाखों का धुआं और रासायनिक कण त्वचा पर बुरा असर डालते हैं, जिससे एलर्जी, रूखापन या पिंपल्स की समस्या हो सकती है।
उन्होंने त्वचा को हाइड्रेट रखने, सूती या ढीले कपड़े पहनने और त्योहार के बाद माइल्ड फेसवॉश या चारकोल युक्त उत्पाद से चेहरा साफ करने की सलाह दी
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