Jharkhand MNREGA: बढ़े हुए लक्ष्य के बावजूद मनरेगा में झारखंड की शानदार उपलब्धि
झारखंड ने मनरेगा में शानदार उपलब्धि हासिल की है। इस वर्ष 12 करोड़ मानव दिवस का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बरसात के मौसम के बावजूद झारखंड में काम करने वाले लोगों की न तो कमी हो रही है और न ही योजनाओं की संख्या में कोई कटौती हुई है।

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में बढ़े हुए लक्ष्य के बावजूद मनरेगा के तहत शानदार उपलब्धियां हासिल हो रही हैं। पिछले वर्ष जहां नौ करोड़ मानव दिवसर का सृजन किया गया था वहीं इस वर्ष 12 करोड़ मानव दिवस का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए राज्य मनरेगा आयुक्त मृत्युंजय वर्णवाल के नेतृत्व में पूरी टीम लगी हुई है। इसी का नतीजा है कि हर महीने लक्ष्य हासिल होता जा रहा है। बरसात के मौसम के बावजूद झारखंड में काम करनेवाले लोगों की ना तो कमी हो रही है और ना ही योजनाओं की संख्या में कोई कटौती हुई है।
झारखंड में मनरेगा के तहत पिछले वित्तीय वर्ष में कुल नौ करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया था और इस वर्ष के लिए 12 करोड़ मानव दिवस का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इस लक्ष्य को हासिल करने में बारिश बाधा बनना चाह रही थी लेकिन पहले से की गई तैयारियों ने इस बाधा को समय रहते दूर कर दिया।
झारखंड में योजनाओं का चयन नैचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट के आधार पर किया गया। इसका नतीजा यह रहा कि बारिश आने के पूर्व ही राज्य सरकार वैकल्पिक तैयारियों को पूर्ण कर चुकी थी।
मनरेगा आयुक्त मृत्युंजय वर्णवाल ने बताया कि बरसात को देखते हुए छोटे-छोटे गड्ढों का निर्माण, पौधरोपण आदि योजनाओं पर फोकस किया गया है।इन योजनाओं से निबंधित मजदूरों को रोजगार तो मिल ही रहा है, प्रकृति को भी समृद्ध करने में सफलता मिल रही है।
वित्तीय वर्ष में कई नई योजनाओं को मनरेगा से जोड़कर पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है। इन योजनाओं में विद्यालय परिसरों से लेकर खेल के मैदान तक में मनरेगा की झलक दिखेगी।
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