Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jharkhand Cyber Crime: रांची के डाक्टर से 3.75 करोड़ रुपये की साइबर ठगी में दूसरा आरोपित बंगाल से गिरफ्तार, ऐसे बनाया था शिकार

    By Dilip Kumar Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Fri, 07 Nov 2025 08:29 PM (IST)

    रांची के सदर अस्पताल के एक डॉक्टर से 3.75 करोड़ रुपये की साइबर ठगी के मामले में सीआईडी ने पश्चिम बंगाल से दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस ने लोगों से निवेश के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी से बचने की अपील की है और ठगी होने पर तुरंत शिकायत दर्ज कराने को कहा है।

    Hero Image

    3.75 करोड़ रुपये की साइबर ठगी में पश्चिम बंगाल से दीप मजूमदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

    राज्य ब्यूरो, रांची । सीआइडी के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने 3.75 करोड़ रुपये की साइबर ठगी में पश्चिम बंगाल से दूसरे आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आराेपित दीप मजूमदार है। वह पश्चिम बंगाल के दक्षिण दीनाजपुर जिले के कुशमांडी थाना क्षेत्र के सालेकुड़ी का रहने वाला है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साइबर अपराध थाने की पुलिस ने उसे दक्षिण दिनाजपुर पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से कांड से संबंधित मोबाइल, सीमकार्ड व वाट्सएप चैट बरामद किया है। उस पर रांची के सदर अस्पताल के एक एनेस्थेटिक डाक्टर से उक्त 3.75 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है।

    पीड़ित डाक्टर ने साइबर अपराध थाने में 10 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस केस में सबसे पहले अक्टूबर महीने में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी मध्य प्रदेश से की थी। उस वक्त पवन गौर नामक आरोपित गिरफ्तार हुआ था। वह मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के काहारी मुहल्ला, गुरुनानक वार्ड का रहने वाला था।

    पुलिस ने उसे सिवनी पुलिस के सहयोग से उसके घर से गिरफ्तार किया था। साइबर अपराध थाने की पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह के निवेश आफर से संबंधित विज्ञापन के लिंक पर क्लिक न करें।

    किसी भी झांसे में न आएं। निवेश के लिए सरकार से अधिकृत एप पर ही निवेश करने से पहले उसके बारे पूरी जानकारी जुटा लें। ठगी के शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी साइबर अपराध थाने में शिकायत करें।

    डाक्टर ऐसे हुए थे ठगी के शिकार

    पीड़ित डाक्टर ने साइबर अपराध थाने में दर्ज प्राथमिकी में बताया था कि उन्हें नामी वित्तीय संस्थाओं के नाम पर नकली निवेश व ट्रेडिंग एप जैसे फयेर्स एचएनआइ के माध्यम से दिए गए फर्जी ट्रेडिंग फाइनेंस के माध्यम से ठगा गया था। उन्हें एक वाट्सएप ग्रुप फयेर्स सिक्यूरिटीज प्राइवेट लिमिटेड में जोड़ा गया, जहां आकर्षक ट्रेडिंग आफर भेजे जा रहे थे।

    बाद में पीड़ित को एक फर्जी एप फयेर्स डाउनलोड करने के लिए कहा गया। इसमें नकली मुनाफा दिखाया गया, ताकि विश्वास जमाया जा सके। इसके झांसे में आकर पीड़ित ने विभिन्न बैंक खातों में लगभग 3.75 करोड़ रुपये का हस्तांतरण कर दिया था।

    कांड में शामिल एक बैंक खाते के विरुद्ध आठ राज्यों में दर्ज हैं 17 शिकायतें

    साइबर अपराध थाने की पुलिस ने उक्त कांड की जांच के दौरान पाया कि इस कांड में शामिल बंधन बैंक के खाता नंबर 20100033764211 के विरुद्ध आठ राज्यों में कुल 17 शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस ने इसकी जानकारी गृह मंत्रालय के माध्यम से संचालित नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से निकाली है।

    जहां शिकायतें दर्ज हैं, उनमें मध्य प्रदेश में दो, तमिलनाडु में दो, उत्तर प्रदेश में एक, झारखंड में एक, तेलंगाना में छह, दिल्ली में एक, कर्नाटक में दो व महाराष्ट्र में दो शिकायतें दर्ज हैं।