झारखंड के अंचलों में Corruption बेलगाम, रांची के 3 सीओ; 2 सीआई और राजस्वकर्मियों पर FIR
जमीन संबंधित मामलों में झारखंड के अंचलों में भ्रष्टाचार के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा मामला अरगोड़ा अंचल का है। यहां से जुड़े फर्जीवाड़ा के मामले में रांची के चुटिया थाने में तीन अंचलाधिकारी (सीओ) दो अंचल निरीक्षक (सीआइ) एवं दो राजस्वकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।

दिलीप कुमार, रांची। जमीन संबंधित मामलों में झारखंड के अंचलों में Corruption का मामला थमता नहीं दिख रहा है। ताजा मामला अरगोड़ा अंचल का है।
यहां से जुड़े फर्जीवाड़ा के मामले में रांची के चुटिया थाने में तीन अंचलाधिकारी (सीओ), दो अंचल निरीक्षक (सीआइ) एवं दो राजस्वकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जिनके विरुद्ध FIR दर्ज की गई है, उनमें अंचलाधिकारी रवींद्र कुमार, अरविंद कुमार ओझा व सुमन कुमार सौरभ के अलावा अंचल निरीक्षक (सीआइ) कमलकांत वर्मा, अनिल कुमार गुप्ता तथा राजस्व कर्मचारी सुनील मिंज व मनोरथ भगत शामिल हैं।
अन्य आरोपितों में चुटिया के महादेव मंडा निवासी रवि गोप, नवनीत महतो, आयुष महतो, रवि गोप की पत्नी लक्ष्मी देवी, नवनीत महतो की पत्नी बीना देवी व अन्य अज्ञात सरकारी कर्मी शामिल हैं।
इन सभी आरोपितों पर फर्जी डीड, फर्जी वंशावली, फर्जी पंजी-2, फर्जी शपथ पत्र तैयार करने एवं सरकारी पद का दुरुपयोग कर रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने का आरोप है।
आरोप है कि जालसाजी कर एक 83 वर्षीय नि:संतान महिला अस्तोरन देवी को बहाला-फुसलाकर मोहरा बनाकर आपराधिक साजिश के तहत सामूहिक रूप से जमीन का फर्जीवाड़ा किया गया है।
SIT की अनुशंसा पर चुटिया थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी
रांची के चुटिया थाने में दर्ज यह प्राथमिकी सीआइडी के संगठित अपराध के आइजी सुदर्शन प्रसाद मंडल के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) की अनुशंसा पर दर्ज की गई है।
सीआइडी की एसआइटी के पास गीता ज्ञानी नामक महिला ने 28 अगस्त 2024 को लिखित शिकायत की थी। उन्होंने उपरोक्त सभी आरोपितों पर फर्जीवाड़ा कर कृष्णापुरी चुटिया की उक्त विवादित जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने का आरोप लगाया था।
एसआइटी ने सभी आरोपितों के बयान लिए, कागजात की जांच की और उसके बाद ही इस मामले में रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा से प्राथमिकी दर्ज कर विस्तृत जांच व कानूनी कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इसी अनुशंसा पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।
सीओ सुमन सौरभ का एक और मामला चर्चा में, जांच जारी
अरगोड़ा के अंचलाधिकारी (सीओ) सुमन कुमार सौरभ का एक और मामला चर्चा में है। उन्होंने अनगड़ा इलाके में 19 डिसमिल जमीन खरीदी थी। उन्हें जमीन बेचने वाले मुस्लिम अंसारी ने अपने पिता जब्बार अंसारी को मृत बताकर वह जमीन बेच दी थी।
मामला सामने आने के बाद सीओ सुमन कुमार सौरभ का दाखिल खारिज रुक गया था। स्वयं 64 वर्षीय जब्बार अंसारी ने इसकी शिकायत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग सह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद से की थी।
पूरे राज्य में भू-विवाद, अंचलों की भूमिका संदिग्ध, बह रहे खून
पूरे राज्य में जमीन विवाद है। अंचलों की भूमिका संदिग्ध है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि लोग कानून अपने हाथ में ले रहे हैं और एक-दूसरे का खून बहा रहे हैं।
फर्जी दस्तावेज पर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में लगातार खूनी संघर्ष हो रहे हैं। रांची में बड़गाईं, कांके, हेहल के बाद अब अरगोड़ा अंचल विवादों में आया है।
हजारीबाग में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से जुड़ा मामला, बोकारो में वन भूमि का मामला हाल के दिनों में सुर्खियों में रहा है।
बंगाल के रजिस्ट्री कार्यालय के कर्मचारियों की मिलीभगत से मूल डीड निकालकर उसमें छेड़छाड़ करने का मामला भी ईडी ने उजागर किया है। करीब दर्जनभर तत्कालीन अंचलाधिकारियों से ईडी पूछताछ कर चुकी है और उनकी संदिग्ध भूमिका को भी उजागर कर चुकी है।
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