रांची पेट्रोल कांड में पुलिस का खुलासा, घटना का मास्टरमाइंड निकला प्रेमी; पार्किंग के टेंडर के लिए रची थी साजिश
रांची के कांके थाना क्षेत्र में युवती पर पेट्रोल फेंकने की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश किया। ठेकेदार गणेश सिंह ने प्रतिद्वंद्वी ठेकेदार को फंसाकर पार्किंग का टेंडर हासिल करने के लिए साजिश रची। गणेश और उसकी प्रेमिका ने मिलकर यह योजना बनाई। पुलिस ने गणेश को गिरफ्तार कर लिया है जबकि प्रेमिका फरार है। गणेश की प्रेमिका ने फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाकर खुद को धमकी दिलवाई थी।

जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी के कांके थाना क्षेत्र में युवती के चेहरे पर पेट्रोल फेंकने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस घटना को अंजाम देने के पीछे ठेकेदार गणेश सिंह का उद्देश्य प्रतिद्वंद्वी ठेकेदार को पुलिस केस में फंसाकर मेन रोड के स्मार्ट बाजार की पार्किंग का टेंडर लेना था।
इसके लिए पेट्रोल हमले की शिकार युवती और उसके प्रेमी गणेश सिंह ने मिलकर साजिश रची थी। पुलिस ने इस मामले में प्रेमी गणेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसकी प्रेमिका फरार है।
खुद को दिलवाई धमकी
गणेश के प्रतिद्वंद्वी अमन चंद्रा को झूठे केस में फंसाने के लिए गणेश की प्रेमिका सोनाली ने फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाकर खुद को ही धमकी दिलवाई, ताकि मामले को गंभीर बताया जा सके।
घटना के बाद युवती ने पेट्रोल फेंकने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की, तो पूरे षड्यंत्र की परतें खुलने लगी। जांच में हिन्दूवादी नेता भैरव सिंह की भूमिका भी सामने आई है। पुलिस अब भैरव सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
बनाई फर्जी आईडी
एसएसपी चंदन सिन्हा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि एसआईटी की जांच में पता चला कि पीड़िता और उसके प्रेमी गणेश सिंह 23-24 जुलाई की रात रांची के एक होटल में रुके थे। इसी दौरान गणेश सिंह ने अपनी प्रेमिका सोनाली राय के मोबाइल फोन और ईमेल आईडी का उपयोग करके इंस्टाग्राम पर पवन के छद्म नाम से एक फर्जी आईडी बनाई थी।
इसी आईडी से गणेश सिंह और सोनाली राय को जान से मारने की धमकी वाले संदेश भेजे गए थे, जिसमें सोनाली राय की कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की गई थीं। गणेश सिंह के खिलाफ चुटिया थाना में मारपीट और हत्या के मामले पहले से दर्ज हैं।
बदला लेने के उद्देश्य से बनाई योजना
वहीं, गणेश सिंह का सहयोगी भैरव सिंह पहले ही न्यायिक हिरासत में है। पुलिस के अनुसार, गणेश ने कानूनी कार्रवाई से बचने और अपने विरोधी अमन चंद्रा को बदनाम करने और बदला लेने के उद्देश्य से भैरव सिंह के साथ मिलकर इस पूरी घटना की योजना बनाई थी।
जेल में बंद भैरव सिंह ने मुलाकात के दौरान गणेश सिंह को सलाह दी कि अमन श्रीवास्तव गिरोह के सदस्यों पर चुटिया थाना में दर्ज मामले को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए यह योजना बनाई जाए।
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