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Ranchi Violence: हेमंत सोरेन झारखंड के मालिक, राज्यपाल नहीं... रांची पोस्टर विवाद में इरफान अंसारी का तड़का

Ranchi Poster Controversy अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहने वाले कांग्रेस के विधायक इरफाल अंसारी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके नेता एक आदिवासी को मुख्यमंत्री के पद पर देखना नहीं चाहते हैं। पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि कैसे सीने में गोली मार दिया।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Thu, 16 Jun 2022 04:34 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jun 2022 04:37 PM (IST)
Ranchi Violence: हेमंत सोरेन झारखंड के मालिक, राज्यपाल नहीं... रांची पोस्टर विवाद में इरफान अंसारी का तड़का

रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी रांची में उपद्रवियों का पोस्टर लगाकर हटाने को लेकर तेज हुई राजनीति के बीच कांग्रेस के विधायक डा. इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर अल्पसंख्यकों के हित में खड़ा होने की अपील की। उन्होंने राज्यपाल को महज संवैधानिक पद बताते हुए कहा कि झारखंड के मालिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं। वे जो फैसला लेंगे, वह सही होगा।

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रांची के विधायक सीपी सिंह बिल में घुसे हुए थे

बीते शुक्रवार को हई भीड़ की हिंसा पर उन्होंने कहा कि घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। एक वर्ग विशेष को इसके आधार पर निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा को खोना कुछ नहीं है, केवल पाना है। भाजपा अल्पसंख्यकों को जलील करना चाहती है। रांची के विधायक सीपी सिंह की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सीपी सिंह रांची विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले लोगों के विधायक नहीं हैं। उन्होंने पूरे मामले का तमाशा बनाकर रख दिया है। जब पुलिस गोलियां बरसा रही थी तो वे बिल में घुसे हुए थे।

यूपी छत्तीसगढ़ के लोगों को बनाना चाह रहे सीएम

इरफान अंसारी ने सलाह दी कि एक विधायक को सभी धर्मों को साथ लेकर चलना चाहिए। कोई वोट दे या नहीं दे, लेकिन वे सबके विधायक हैं। किसी की अनदेखी नहीं करें। मुख्यमंत्री से मुलाकात में उन्होंने विस्तृत रिपोर्ट देते हुए कहा है कि गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई हो। भाजपा के लोग झारखंड में शांति नहीं देखना नहीं चाहते। ये छत्तीसगढ़ और यूपी के लोगों को सीएम बनाना चाहते हैं।

इरफान ने की मांग, मृतकों को शहीद का दर्जा दें

इरफान अंसारी ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन वैसे लोगों पर कार्रवाई करें, जिन्होंने सीधे गोलियां चलाईं। मृतकों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। एक बच्चे को पुलिस वालों ने मार दिया। अल्पसंख्यक समाज पर जिल्लत और बदनामी का दाग लगाया जा रहा है। सवाल उठाया कि पुलिस ने कैसे गोली सीने पर चलाई। लाठी चलाते, हाथ-टांग काट देते। सीधे गोली मार दी।

भाजपाइयों पर पुलिस ने क्यों नहीं चलाई थी गोली

विधानसभा में प्रदर्शन के दौरान भाजपाइयों ने पुलिस पर पथराव किया था, उस वक्त क्यों पुलिस ने गोली नहीं चलाई। आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ये गाली दे रहे हैं। भीड़ ने पथराव किया लेकिन किसी को सीने और खोपड़ी में गोली मारने का अधिकार पुलिस को किसने दिया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कानून के दायरे में कार्रवाई होगी।


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