झारखंड में बड़ा घोटाला, स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े सभी कर्मचारी जांच के दायरे में, पढ़िए- कैसे हुआ यह खेल
Jharkhand News स्वच्छ भारत मिशन(Swachh Bharat Mission) ग्रामीण की राशि को अपनी कमाई का जरिया बनाने वाले सभी कर्मी और पदाधिकारी जांच के दायरे में हैं। ...और पढ़ें

हजारीबाग (जासं)। Jharkhand News: स्वच्छ भारत मिशन(Swachh Bharat Mission) ग्रामीण की राशि को अपनी कमाई का जरिया बनाने वाले सभी कर्मी और पदाधिकारी जांच के दायरे में हैं। उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने निदेशालय की जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए कार्यपालक अभियंता(Executive Engineer) मनोज मुंडारी को ऐसे सभी कर्मियों को चिन्हित करने का निर्देश दिया है। वही, जांच में अनियमितता में संलिप्त पाए गए लेखाकार(Accountant) अनिल कुमार व डाटा एंटी आपरेटर(Data Anti Operator) राजेश कुमार को स्पष्टीकरण मांगा जा चुका है। उनसे कार्यालय का कार्य नही लिया जा रहा है। साथ ही 15 दिसंबर तक उन्हें जवाब देना है। 13 दिसंबर की शाम तक दोनों ही कर्मियों ने अपना जवाब नही भेजा था।
चहेतों को काम देने के लिए सभी नियमों को रख दिया गया ताक पर:
वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन कार्यपालक अभियंता के जांच का दायरा भी बड़ा हो सकता है। विभाग उनके पूरे कार्यकाल की जांच करा सकती है। साथ ही उसके लिए नई टीम भी बनाई जा सकती है। मालूम हो कि जुलाई माह में चार सदस्यीय जांच दल से सिर्फ दिन के जांच में भारी अनियमितता की आशंका जताते हुए रिपोर्ट की थी। इसमें तत्कालीन कार्यपालक अभियंता पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उनके द्वारा मनमाने तरीके से टेंडर का वितरण किया गया। चहेतों को काम देने के लिए सभी नियमों को ताक पर रख दिया गया। फर्जी जीएसटी पर करोड़ों का भुगतान किया गया।
दोषी कर्मियों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई:
हजारीबाग उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कहा कि कार्यपालक अभियंता के मामले में विभाग स्तर पर संज्ञान लिया गया है। जिला स्तर पर इससे जुड़े ऐसे दोषी कर्मियों को चिन्हित करने का निर्देश वर्तमान कार्यपालक अभियंता को दिया गया है। दोषी कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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