रांची के लालपुर में दो गुटों के बीच भीषण झड़प, करम पूजा समिति के अध्यक्ष को पीटा; इलाके में तनाव
रांची के लालपुर थाना क्षेत्र में काली मंदिर रोड पर दो गुटों के बीच गाड़ी खड़ी करने को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद मारपीट हुई। करम पूजा समिति के अध्यक्ष प्रवीण के साथ मारपीट के बाद मामला और बढ़ गया। आक्रोशित लोगों ने विजय अग्रवाल के घर के बाहर जमा होकर हंगामा किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल बुलाया है।

जागरण संवाददाता, रांची। शहर में लालपुर थाना क्षेत्र स्थित काली मंदिर रोड गुरुवार रात दो गुटों के बीच मामूली विवाद ने अचानक उग्र रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते मामला हाथापाई से मारपीट में बदल गया।
घटना के बाद इलाके में देर रात तक तनाव का माहौल बना रहा और सैकड़ों लोग सड़कों पर डटे रहे। पुलिस के अनुसार वर्दमान कम्पाउंड में रहने वाले कुछ युवक इलाके में सामान लेने आए थे।
गाड़ी खड़ी करने को लेकर उनकी पहले से मौजूद कुछ लोगों से कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि मौके पर ही मारपीट शुरू हो गई।
झगड़े की सूचना मिलते ही करम पूजा समिति के अध्यक्ष प्रवीण मौके पर पहुंचे। प्रवीण के पहुंचते ही मामला और गर्म हो गया।
आरोप है कि कुछ युवकों ने उन्हें घेरकर बुरी तरह पीट दिया। इसके बाद प्रवीण ने अपने मोहल्ले और समिति के लोगों को बुलाया। कुछ ही देर में सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए, लेकिन इस बीच हमला करने वाले युवक भाग निकले।
विजय अग्रवाल के घर के बाहर जमावड़ा
घटना के बाद प्रवीण समर्थकों ने दावा किया कि हमलावर युवक विजय अग्रवाल के घर से संबंधित हैं। इसके बाद आक्रोशित लोग विजय अग्रवाल के घर के बाहर जमा हो गए और उन्हें बाहर बुलाने की मांग करने लगे।
जब घरवाले बाहर नहीं निकले तो लोग सड़क पर ही बैठ गए। विजय अग्रवाल के घर के पास तोड़फोड़ कर दिया गया।
पुलिस की मौजूदगी के बावजूद बेकाबू रहा हालात
घटनास्थल पर पुलिस पहले से मौजूद थी लेकिन सैकड़ों की भीड़ के आगे वह मूकदर्शक बनी रही। भीड़ का गुस्सा इस कदर था कि पुलिसकर्मियों से तीखी बहस तक हो गई।
मामला बिगड़ता देख लालपुर थानेदार समेत अन्य थानों की पुलिस बुलाई गई। कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसी तरह भीड़ को समझा बुझाकर हालात को नियंत्रित किया।
इलाके में तनाव पुलिस जांच में जुटी
इस पूरी घटना के बाद काली मंदिर रोड और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने अब तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है लेकिन घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस सख्ती दिखाती तो हालात इतने नहीं बिगड़ते। वहीं पुलिस का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने में कोई कोताही नहीं बरती गई।
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