Hazaribagh news: शिक्षक की पिटाई से बच्चे की मौत, हाई कोर्ट ने सीएस और एसपी को भेजा नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हजारीबाग स्थित एक आवासीय विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर पिटाई किए जाने के कारण पांच वर्षीय बच्चे की मौत की घटना से संबंधित मीडिया रिपोर्ट पर स्वत संज्ञान लिया है।आयोग ने इसे लेकर मुख्य सचिव और हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

राज्य ब्यूरो, रांची। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हजारीबाग स्थित एक आवासीय विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर पिटाई किए जाने के कारण पांच वर्षीय बच्चे की मौत की घटना से संबंधित मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है।
आयोग ने इसे लेकर मुख्य सचिव और हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मृतक बच्चे के भाई का आरोप है कि उसके भाई के खाना खाने से इन्कार करने पर शिक्षक ने उसकी पिटाई की। भाई भी उसी स्कूल का छात्र है।
आयोग ने कहा है कि यदि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री सही है तो यह मानवाधिकार के उल्लंघन का गंभीर मामला बनता है।
हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की खंडपीठ ने सोमवार को अखबारों में प्रकाशित दो खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
रांची के जिला स्कूल (सीएम स्कूल आफ एक्सलेंस) के छात्रावास की बदतर स्थिति को लेकर मीडिया में खबर प्रकाशित की गई है। जिसमें कहा गया है कि इस छात्रावास में सौ बच्चे रहते हैं।
लेकिन यहां पर भवन से लेकर शौचालय तक की स्थित बहुत ही दयनीय है। प्राचार्य ने मरम्मत के लिए पत्र लिखा है, लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
वहीं, दूसरी खबर पूर्वी सिंहभूम जिले की है, जहां पर एंबुलेंस नहीं मिलने पर पत्नी को कंधे पर उठाकर ले जाने की फोटो के साथ खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से प्रकाशित हुई है।
अदालत ने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग को प्रतिवादी बनाते हुए जवाब मांगा है। अदालत ने दोनों मामलों में सरकार से पूछा है कि अब तक क्या कार्रवाई की जा रही है।
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