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    Jharkhand Election 2024: क्या चंपई सोरेन की यह बात बर्दाश्त कर पाएंगे CM हेमंत? चुनाव के बीच सियासत हुई तेज

    झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में साढ़े चार साल तक सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है और उन्होंने कई बार इसके खिलाफ आवाज उठाई लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चंपई सोरेन ने दावा किया कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उन्होंने पांच महीने तक मुख्यमंत्री के रूप में विकास और जनकल्याण के कार्य किए।

    By Jagran News Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sat, 16 Nov 2024 02:36 PM (IST)
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    चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन (जागरण फोटो)

    जागरण टीम, दुमका। Champai Soren vs Hemant Soren: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि राज्य में साढ़े चार साल तक सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है। हेमंत सरकार में रहकर उन्होंने बहुत बार भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने कहा-हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद मैं पांच महीने तक मुख्यमंत्री रहा। इस दौरान विकास और जनकल्याण के कार्य हुए। 

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    मेरे 6 महीने का काम हेमंत के साढ़े 4 साल पर भारी: चंपई सोरेन

    चंपई सोरेन (Champai Soren) ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना मेरे समय पास हुई। चंपई सोरेन ने कहा कि मेरे समय ही 200 यूनिट बिजली फ्री हुई। मैंने बतौर मुख्यमंत्री पांच महीने में जो काम किया वह हेमंत के साढ़े चाल साल के कार्यकाल पर भारी है। चंपई सोरेन शुक्रवार को दुमका के जामा में भाजपा प्रत्याशी सुरेश मुर्मू और शिकारीपाड़ा में परितोष सोरेन के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।

    दुमका झामुमो का गढ़ रहा है। यहां पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की। चंपई ने जामा के बेलकूपी में कहा कि संताल परगना में आदिवासियों की आबादी घट रही है। यह आदिवासियों की अस्मिता के लिए खतरे की घंटी है। महागठबंधन में शामिल कोई भी दल घुसपैठ पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

    चंपई सोरेन ने भाजपा की योजनाएं गिनवाईं

    चंपई सोरेन (Champai Soren ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही हजार रुपये के स्थान पर 2500 रुपये वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन और दिव्यांग पेंशन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलन किया था। इसीलिए हमें आदिवासी मूलवासी बेटी-बहू की चिंता है।

    उन्होंने आदिवासियों के हित एवं सम्मान की रक्षा के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ा है। हेमंत राज में आदिवासी मां-बहनें सुरक्षित नहीं हैं। बाहरी लोगों द्वारा लगातार इनकी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे रोकने में एकमात्र भाजपा सक्षम है। झामुमो आदिवासियों का शोषक है।

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