Builder को मिली जान मारने की धमकी, पीएलएफआइ ने मांगी 50 लाख की रंगदारी
शहर में एक बार फिर उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) का नाम सामने आया है। अरगोड़ा थाना क्षेत्र के तारामणी एस्टेट निवासी और पेशे से बिल्डर राजेश कुमार को वाट्सएप के जरिए 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई है। कहा गया है कि रकम नहीं देने पर 5 दिनों के भीतर उन्हें और उनके परिवार को गोली मार दी जाएगी।

जागरण संवाददाता,रांची। शहर में एक बार फिर उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) का नाम सामने आया है।
अरगोड़ा थाना क्षेत्र के तारामणी एस्टेट निवासी और पेशे से बिल्डर राजेश कुमार को वाट्सएप के जरिए 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई है।
धमकी में यह भी कहा गया है कि रकम नहीं देने की स्थिति में 5 दिनों के भीतर उन्हें और उनके परिवार को गोली मार दी जाएगी। राजेश कुमार 20 वर्षों से कंस्ट्रक्शन और डेवलपमेंट के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
राजेश कुमार ने अरगोड़ा थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई है। वे विभिन्न सामाजिक संगठनों से भी जुड़े रहे हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के धर्म जागरण समन्वय में प्रांतीय संयोजक के रूप में कार्य कर चुके हैं।
शिकायत के अनुसार 1 सितंबर 2025 को उनके मोबाइल नंबर पर एक वाट्सएप मैसेज आया था। इसमें पीएलएफआइ के नाम से धमकी भरा पत्र भेजा गया था।
इस पत्र में 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। पुलिस का कहना है कि केस कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
एक सितंबर को भाजपा नेता से मांगी गई रंगदारी
सुखदेव नगर इलाके में रहने वाले भाजपा नेता भाजपा नेता रमेश सिंह भी पीएलएफआ के नाम पर धमकी दिए जाने का मामला सामने आया था।
रमेश सिंह को अज्ञात नंबर से फोन कर संगठन को मदद नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी। यह घटना 1 सितंबर को दोपहर सवा दो बजे की थी।
भाजपा नेता रमेश सिंह ने पुलिस को बताया था कि उन्हें उनके मोबाइल नंबर पर 94746 67147 नंबर से फोन आया था।
फोन करने वाले ने खुद को पीएलएफआइ संगठन का सदस्य बताया था और कहा कि अगर व्यवसाय करना है तो संगठन को मदद करना होगा। नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहो।
महिला से 2.96 लाख की ठगी
जागरण संवाददाता,रांची: लालपुर में रहने वाली महिला अर्पणा रंजन से फर्जी निवेश एप्लिकेशन और व्हाट्सएप लिंक के जरिए 2 लाख 96 हजार रुपये की ठगी की गई।
पीड़िता अर्पणा रंजन ने इस संबंध में साइबर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता के अनुसार उनके मोबाइल नंबर पर एक काल आया, जिसके बाद उन्हें एक व्हाट्सएप लिंक भेजा गया।
यह लिंक एक फर्जी एप्लिकेशन से संबंधित था। जिसे डाउनलोड कर निवेश करने पर मोटे मुनाफे का लालच दिया गया। शुरुआत में अर्पणा ने 20400 निवेश किए, जिसमें 11000 का प्राफिट दिखाया गया।
इससे प्रोत्साहित होकर उन्होंने आगे 80000, फिर डेढ़ लाख रुपये और अन्य राशी निवेश की। शिकायत में अर्पणा रंजन ने बताया कि एप में प्राफिट दिखाने के बाद जब उन्होंने रकम निकालने की कोशिश की, तो विड्राल फेल हो गया।
जब उन्होंने इसकी जानकारी संबंधित लोगों से मांगी तो उन्हें बताया गया कि उनका क्रेडिट स्कोर कम हो गया है और उसे सुधारने के लिए और डेढ़ लाख रुपये जमा करने होंगे।
यह रकम जमा करने के बाद भी जब स्कोर नहीं सुधरा और और50 हजार रुपये की मांग की गई तब उन्हें ठगी का शक हुआ। पुलिस का कहना है कि केस कर दिया गया है। जांच की जा रही है।
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