खून की कमी दूर करने के लिए 188 सीएचसी में स्थापित होगी ब्लड स्टोरेज यूनिट, 17 जिलों के सदर अस्पतालों में बनेगी ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट
झारखंड में खून की कमी से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर है। राज्य के 188 सीएचसी में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित होंगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में खून की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। साथ ही, 17 जिलों के सदर अस्पतालों में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट भी बनेंगी, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। यह कदम राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने में मददगार होगा।

झारखंड के सभी जिलों के कुल 188 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना की जाएगी।
- पश्चिमी सिंहभूम के सबसे अधिक 15 तथा रांची के 13 सीएचसी में यूनिट की होगी स्थापना
- स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर झारखंड हेल्थ एंड मेडिकल कारपोरेशन ने शुरू की टेंडर प्रक्रिया
नीरज अम्बष्ठ, जागरण. रांची : राज्य में खून की कमी दूर करने के लिए सभी जिलों के कुल 188 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना की जाएगी। चाईबासा सदर अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित पांच बच्चों को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ाए जाने की घटना के बाद ब्लड रिप्लेसमेंट पर रोक लगने तथा स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है।
थैलेसीमिया पीड़ित या अन्य मरीजों को समय पर आवश्यक समूह का खून मिल सके, इसके लिए अधिक से अधिक ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर झारखंड हेल्थ एंड मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोक्योरमेंट कारपोरेशन ने चयनित स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लड स्टोरेज यूनिट के लिए आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति तथा उन्हें लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी।
स्वास्थ्य विभाग के निर्णय के अनुसार, राज्य के सभी जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इस ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना की जाएगी। सबसे अधिक पश्चिमी सिंहभूम के 15 तथा इसके बाद रांची के 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इस यूनिट की स्थापना होगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर राज्य के 16 जिलों के सदर अस्पतालों तथा चतरा में रेडक्रास सोसाइटी में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की स्थापना की जाएगी।
इन जिलों में ऐसी यूनिट अभी तक स्थापित नहीं हाे सकी है। इन जिलों में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की स्थापना के लिए आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति तथा उन्हें लगाने के लिए भी कारपोरेशन ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताते चलें कि ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट में दान किए गए पूरे रक्त (होल ब्लड) को उसके अलग-अलग घटकों, जै से कि लाल रक्त कोशिकाएं, प्लेटलेट्स, और प्लाज्मा में अलग करती है।
इस प्रक्रिया से, प्रत्येक घटक को अलग-अलग जरूरतमंद रोगियों को दिया जा सकता है। इससे एक यूनिट रक्त का उपयोग कई रोगियों की जान बचाने में होता है। यह थैलेसीमिया, डेंगू और गंभीर रक्तस्राव जैसी बीमारियों वाले मरीजों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, क्योंकि उन्हें विशिष्ट घटकों की आवश्यकता होती है।
किस जिले के कितने सीएचसी में स्थापित होगी ब्लड स्टोरेज यूनिट
बोकारो : 08, चतरा : 06, देवघर : 07, धनबाद : 07, दुमका : 10, पूर्वी सिंहभूम : 08, गढ़वा : 08, गिरिडीह : 11, गोड्डा : 07, गुमला : 11, हजारीबाग : 10, जामताड़ा : 04, खूंटी : 06, कोडरमा : 04, लातेहार : 07, लोहरदगा : 05, पाकुड : 06, पलामू : 09, रामगढ़ : 04, रांची : 13, सरायकेला खरसावां : 08, सिमडेगा : 07, पश्चिमी सिंहभूम : 15
इन जिलों में स्थापित होगी ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट
चाईबासा, सरायकेला खरसावां, देवघर, लोहरदगा, बोकारो, रामगढ़, कोडरमा, गोड्डा, चतरा, पाकुड़, लातेहार, सिमडेगा, साहिबगंज, खूंटी, दुमका, गढ़वा तथा जामताड़ा।

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