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    ‘पत्थर माफिया के इशारे पर पुलिस ने सूर्या हांसदा को मारा’, भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग की

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 10:17 AM (IST)

    भाजपा नेता दीपक प्रकाश ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर को फर्जी बताकर सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें हत्या की बात कही गई है। झामुमो ने इसे सस्ती राजनीति करार दिया और भाजपा पर आदिवासी समाज का अपमान करने का आरोप लगाया।

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    पत्थर माफिया के इशारे पर पुलिस ने सूर्या हांसदा को मारा - दीपक प्रकाश

    राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता कर सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले को फर्जी बताते हुए कहा कि यह पत्थर माफिया, दलालों व बिचौलियों के इशारे पर पुलिस द्वारा की गई हत्या है। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रिपोर्ट में साफ है कि सूर्या की हत्या कराई गई।

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    उन्होंने 16 अगस्त को आयोग में लिखित शिकायत दर्ज की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने जांच शुरू की। आयोग के सदस्य निरुपम चकमा, आशा लकड़ा सहित छह अधिकारियों ने जांच की। 12 सितंबर को आयोग ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की अनुशंसा की और उन्हें प्रतिलिपि भेजी।

    रिपोर्ट में कहा गया कि सूर्या को नौ अगस्त को गिरफ्तार दिखाया गया, लेकिन 24 घंटे से अधिक कस्टडी में रखा गया बिना कोर्ट में पेश किए, जो सीआरपीसी का उल्लंघन है। मुठभेड़ स्थल पर जंगल न होने पर भी दो घंटे की मुठभेड़ दिखाना, मीडिया को दूर रखना, खून के धब्बे न होना जैसे तथ्य फर्जीवाड़े को उजागर करते हैं।

    प्रकाश ने रिपोर्ट के फोटो दिखाते हुए कहा कि गोली के घावों पर काले धब्बे व जलने के निशान मुठभेड़ की कहानी को मनगढ़ंत साबित करते हैं। सीआइडी जांच से लीपापोती होगी, इसलिए सीबीआइ जांच अनिवार्य है। उन्होंने राज्य सरकार से सीबीआइ जांच की अनुशंसा, सूर्या के परिवार को सुरक्षा व आरोपी पुलिस अधिकारियों का तत्काल स्थानांतरण की मांग की।

    झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद पांडेय ने सूर्या हांसदा प्रकरण पर भाजपा नेताओं के बयानों को भ्रामक और सस्ती राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश व्यक्तिगत लाभ के लिए इस मामले को तूल दे रहे हैं, जो आदिवासी समाज का अपमान है।

    विनोद पांडेय ने सवाल उठाया कि सूर्या पर दर्ज 24 से अधिक मुकदमों का सच क्या है और क्या अवैध खनन में भाजपा से जुड़े लोग शामिल नहीं हैं? भाजपा दिल्ली के इशारे पर हेमंत सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र रच रही है।

    उन्होंने सूर्या के एनकाउंटर को उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि से जोड़ा, जिसमें 24 मुकदमे दर्ज थे। राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और न्यायिक जांच के साथ-साथ सीआइडी जांच शुरू की है।

    उन्होंने भाजपा से बिना सबूत के पुलिस और सरकार पर आरोप लगाने के बजाय जांच एजेंसियों पर भरोसा रखने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि कानून से कोई ऊपर नहीं है। जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिस या अन्य व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई होगी। हेमंत सरकार न्याय के प्रति प्रतिबद्ध है।

    विनोद पांडेय ने भाजपा पर आदिवासी समाज के दुखों से बेपरवाह होने का आरोप लगाया और सूर्या को सामाजिक कार्यकर्ता बताने को जनता को गुमराह करने की कोशिश करार दिया।

    उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज अपराधियों को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने सभी दलों से जांच पूरी होने तक धैर्य रखने और जिम्मेदारी से बयान देने की अपील की ताकि सत्य सामने आए। उन्होंने भाजपा से अवैध खनन में अपनी संलिप्तता पर जवाब देने को कहा।