1995 में माओवादी संगठन में शामिल हुआ था बिरसेन, इन 36 कांडों में थी संलिप्तता
हजारीबाग में मुठभेड़ में मारा गया तीसरा माओवादी बिरसेन गंझू उर्फ खेलावन गंझू उर्फ रामखेलावन उर्फ छोटा बिरसेन मूल रूप से हजारीबाग के केरेडारी थाना क्षेत्र के बकचुंबा का रहने वाला था। वह माओवादियों का जोनल कमांडर था। उसकी सक्रियता झारखंड के बोकारो हजारीबाग व गिरिडीह क्षेत्र में थी। उस पर राज्य सरकार ने दस लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

राज्य ब्यूरो, रांची । हजारीबाग में मुठभेड़ में मारा गया तीसरा माओवादी बिरसेन गंझू उर्फ खेलावन गंझू उर्फ रामखेलावन उर्फ छोटा बिरसेन मूल रूप से हजारीबाग के केरेडारी थाना क्षेत्र के बकचुंबा का रहने वाला था।
वह माओवादियों का जोनल कमांडर था। वह 1995 से ही माओवादी संगठन में सक्रिय था। उसकी सक्रियता झारखंड के बोकारो, हजारीबाग व गिरिडीह क्षेत्र में थी।
उसपर राज्य सरकार ने दस लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। उसके विरुद्ध सुरक्षा बलों से मुठभेड़ के कई मामले दर्ज हैं।
इनमें वर्ष 2015 में पश्चिम सिंहभूम के सारंडा से उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र में प्रवेश के क्रम में रांची-टाटा मार्ग स्थित तैमारा घाटी में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ का मामला भी शामिल हैं।
इसके अलावा वर्ष 2019-20 में राजडेरवा में पुलिस से उसके साथ दो-दो मुठभेड़ की घटना घटी थी। इनमें एक मुठभेड़ दो जनवरी व दूसरा मुठभेड़ मार्च-अप्रैल में हुआ था।
इसमें एक सीआरपीएफ का जवान गोली लगने से जख्मी हुआ था। वर्ष 2022 में डाकासाढ़ोम में भी दो मुठभेड़ की घटना में वह शामिल रहा है।
बिरसेन के विरुद्ध दर्ज हैं ये कांड
बिरसेन के विरुद्ध विभिन्न थानों में कुल 36 कांड दर्ज हैं। इनमें चुरचू थाने में एक, जगेश्वर विहार थाने में नौ, चतरोचट्टी थाना क्षेत्र में नौ, केरेडारी थाने में छह, महुआटांड़ थाने में दो, पेटरवार में एक, गोमिया थाने में तीन, बड़कागांव में एक, आंगो थाने में एक व महुआटांड़ थाना क्षेत्र के ललपनिया ओपी में दो कांड दर्ज हैं। ये कांड हत्या, जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम, माओवादी कांड, यूएपी अधिनियम के तहत दर्ज हैं।
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