Birsa Munda की 150वीं जयंती पर रांची से दिल्ली तक होंगे कार्यक्रम, पीएम नरेन्द्र मोदी से आदिवासी धार्मिक नेताओं को मिलाने की योजना
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर भाजपा रांची से दिल्ली तक कार्यक्रम आयोजित करेगी। खूंटी के उलिहातू में केंद्रीय मंत्री जा सकते हैं। आदिवासी समाज के नेताओं को प्रधानमंत्री से मिलाने की योजना है। सभी जिलों में केंद्र सरकार की योजनाओं की प्रदर्शनी लगेगी। उलिहातू में बिरसा महोत्सव को पर्यटन महोत्सव घोषित किया गया है, जिससे पर्यटन विकास होगा।

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को प्रदेश भाजपा बड़े कार्यक्रम की तैयारी कर रही है। खूं
राज्य ब्यूरो,रांची। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को प्रदेश भाजपा बड़े कार्यक्रम की तैयारी कर रही है। खूंटी जिले के उलिहातू में उनके जन्मस्थान पर किसी केंद्रीय मंत्री के जाने का कार्यक्रम भी बन रहा है।
रांची से लेकर दिल्ली तक बिरसा मुंडा की जयंती मनाने की योजना पार्टी बना रही है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के पास राज्य के आदिवासी समाज के सांस्कृतिक और धार्मिक नेताओं को प्रधानमंत्री से मिलाने की योजना बनाई जा रही है।
दिल्ली के सरायकाले खान चौक को पिछले साल भगवान बिरसा मुंडा चौक का नया नाम दिया गया है। यहां भी 15 नवंबर को केंद्रीय भाजपा के स्तर पर कार्यक्रम किया जाएगा। राज्य में 26 प्रतिशत आदिवासी समुदाय को भाजपा इस अवसर पर संदेश देने के लिए बड़े कार्यक्रम की योजना बना रही है।
सभी जिलों में लगेगी केंद्र सरकार के कामों की प्रदर्शनी
बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रदेश भाजपा सभी जिलों में कार्यक्रम और प्रदर्शनी का आयोजन करेगी। इसमें केंद्र सरकार द्वारा आदिवासी समुदाय के लिए किए गए कार्यों को प्रदर्शित किया जाएगा।
आदिवासी समुदाय के प्रमुख लोगों को सम्मानित करने के साथ पड़ोसी राज्य ओडिशा और छत्तीसगढ़ से भी लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। बता दें कि दोनों पड़ोसी राज्यों में आदिवासी समुदाय के ही मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी ने बनाए हैं।
उलिहातु में आयोजित होनेवाला बिरसा महोत्सव पर्यटन महोत्सव घोषित
राज्य सरकार ने खूंटी स्थित भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातु में आयोजित होनेवाला राजकीय बिरसा महोत्सव को पर्यटन महोत्सव के रूप में घोषित किया है। इससे यहां पर्यटन के विकास से संबंधित गतिविधियां हो सकेंगी तथा आधारभूत संरचनाएं विकसित होंगी।
राज्य पर्यटन संवर्द्धन समिति की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने इस महोत्सव को पर्यटन महोत्सव घोषित किया। इस संबंध में समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था।
इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भी स्वीकृति ली गई। मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेलकूद विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी।

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