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    Vidhan Sabha Chunav: झामुमो बना रहा रणनीति, 15 अक्टूबर को बुलाई केंद्रीय समिति की बैठक

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 08:10 PM (IST)

    सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केंद्रीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक 15 अक्टूबर को रांची के हरमू स्थित सोहराय भवन में होगी। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने बताया कि इस बैठक में केंद्रीय समिति के सभी पदाधिकारी सदस्य जिला अध्यक्ष सचिव महानगर अध्यक्ष और जिला व महानगर संयोजक हिस्सा लेंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे।

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    चुनावों पर विमर्श के लिए झामुमो ने 15 अक्टूबर को बुलाई केंद्रीय समिति की बैठक

    राज्य ब्यूरो, रांची। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केंद्रीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक 15 अक्टूबर को रांची के हरमू स्थित सोहराय भवन में होगी।

    झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने बताया कि इस बैठक में केंद्रीय समिति के सभी पदाधिकारी, सदस्य, जिला अध्यक्ष, सचिव, महानगर अध्यक्ष और जिला व महानगर संयोजक हिस्सा लेंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे।

    इसमें पार्टी की सांगठनिक स्थिति, आगामी चुनावी रणनीति और सदस्यता अभियान की समीक्षा पर विशेष जोर होगा। बैठक का मुख्य एजेंडा पार्टी के 13वें केंद्रीय महाधिवेशन के बाद सांगठनिक स्थिति पर विचार-विमर्श और आवश्यक निर्णय लेना है।

    विनोद पांडेय ने बताया कि राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर भी गहन चर्चा होगी। इसके अलावा, घाटशिला विधानसभा उपचुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।

    झामुमो ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। विशेष रूप से झारखंड-बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में, जहां पार्टी का सामाजिक और राजनीतिक आधार मजबूत है।

    इन क्षेत्रों में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, बांका और जमुई जैसे जिले शामिल हैं, जहां आदिवासी और पिछड़े वर्ग की आबादी झामुमो की ताकत है।

    विनोद पांडेय ने कहा कि बैठक में बिहार चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन और गठबंधन सहयोगियों राजद, कांग्रेस और वाम दलों के साथ तालमेल पर भी विचार होगा।

    झामुमो का लक्ष्य महागठबंधन को मजबूत करते हुए बिहार में अपनी सांगठनिक उपस्थिति का विस्तार करना है। इसके साथ ही पार्टी का सदस्यता अभियान भी चर्चा का प्रमुख विषय होगा, जिसमें अभियान की प्रगति और इसे और प्रभावी बनाने के उपायों पर विचार किया जाएगा।

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    यह बैठक पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल सांगठनिक ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि आगामी चुनावों में झामुमो की रणनीति को भी स्पष्ट करेगी।

    विनोद पांडेय ने जोर देकर कहा कि झामुमो एकता और समावेशी विकास के सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ रही है, जो झारखंड की जनता की आकांक्षाओं को प्रकट करता है।