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    चर्चित बिल्डर कमल भूषण हत्याकांड में आया बड़ा अपडेट, उसका दामाद राहुल कुजूर और समधी समेत तीन दोषी करार

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 02:17 PM (IST)

    सिविल कोर्ट ने चर्चित बिल्डर कमल भूषण हत्याकांड में फैसला सुनाया है। अदालत ने राहुल कुजूर डब्लू कुजूर काविस अदनान को दोषी पाया। सजा के बिंदु पर 22 को सुनवाई होगी। मामले में सुशीला कुजूर को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है। मामला शहर का काफी चर्चित रहा है।

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    चर्चित बिल्डर कमल भूषण हत्याकांड में फैसला आया है।

    राज्य ब्यूरो, रांची।  सिविल कोर्ट ने चर्चित बिल्डर कमल भूषण हत्याकांड में फैसला सुनाया है। अदालत ने राहुल कुजूर, डब्लू कुजूर, काविस अदनान को दोषी पाया।

    सजा के बिंदु पर 22 को सुनवाई होगी। मामले में सुशीला कुजूर को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है। मामला शहर का काफी चर्चित रहा है। 

    रातू रोड में जमीन कारोबारी कमल भूषण हत्याकांड में पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी की थी। मामले में कमल भूषण के दामाद राहुल कुजूर, समधी डब्लू कुजूर समेत अन्य आरोपित थे। 

    31 मई को गोली मारकर की गई थी हत्या

     31 मई को अपराधियों ने कमल भूषण की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी। रातू रोड में जिस वक्त कमल भूषण की गोली मारकर हत्या की गई उस वक्त सैकड़ों लोग मौके पर मौजूद थे।

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    लेकिन दोनों अपराधियों के हाथ में हथियार देखने के बाद किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि दोनों को पकड़े। अपराधी आसानी से हथियार का भय दिखते हुए वहां से भाग निकले थे। 

    हत्या की पृष्ठभूमि : करोड़ों का लेन देन और पारिवारिक विवाद

    कमल भूषण और डब्ल्यू कुजूर साथ में जमीन कारोबार करते थे। डब्ल्यू कुजूर का दावा था कि कमल भूषण पर कई करोड़ रुपये का बकाया था।

    इस बीच डब्ल्यू कुजूर का बेटा राहुल ने कमल भूषण की बेटी से प्रेम विवाह कर लिया। जिससे कमल और डब्ल्यू के बीच में विवाद हो गया।

    पारिवारिक विवाद और पैसों के लेन देन को लेकर टकराव इस हद तक बढ़ गया कि अंतत कमल भूषण की हत्या कर दी गई।

    अकाउंटेंट संजय की भी हुई थी हत्या

    कमल भूषण की हत्या के बाद डब्ल्यू कुजूर और राहुल ने कमल के अकाउंटेंट संजय कुमार से अपना पैसा मांगा। संजय, जो कमल के पूरे आर्थिक मामलों की देखरेख करता था, ने पैसा देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उसकी भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

    अब तक की अदालती कार्यवाही

    • 10 जनवरी 2023 को आरोप तय हुए।
    • 18 जून 2024 को अभियोजन पक्ष ने गवाही पूरी की।
    • कुल 30 गवाहों को अदालत में पेश।
    • 19 सितंबर को अदालत ने फैसला सुनाया।
    • अन्य आरोपित अभी भी ट्रायल फेस कर रहे