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    Jharkhand State Pharmacy Council के सचिव नियुक्ति में बड़ा खुलासा, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने अयोग्य व्यक्ति को बनाया था सचिव

    झारखंड विधानसभा में सोमवार को स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक बड़ा खुलासा करते हुए स्वीकार किया कि तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जान-बुझकर एक अयोग्य गैर-सरकारी व्यक्ति राहुल कुमार को झारखंड स्टेट फार्मेसी काउंसिल का प्रभारी निबंधक सह सचिव नियुक्त किया था। यह नियुक्ति नियमों के खिलाफ थी जिस कारण काउंसिल ने राहुल कुमार का फार्मासिस्ट निबंधन और ट्रिब्यूनल निबंधन रद कर दिया।

    By Pradeep singh Edited By: Kanchan Singh Updated: Mon, 25 Aug 2025 05:32 PM (IST)
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    तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जान-बुझकर एक अयोग्य व्यक्ति को स्टेट फार्मेसी काउंसिल का प्रभारी निबंधक नियुक्त किया था।

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड विधानसभा में सोमवार को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक बड़ा खुलासा करते हुए स्वीकार किया कि तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जान-बुझकर एक अयोग्य गैर-सरकारी व्यक्ति राहुल कुमार को झारखंड स्टेट फार्मेसी काउंसिल का प्रभारी निबंधक सह सचिव नियुक्त किया था।

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    यह नियुक्ति नियमों के खिलाफ थी, जिसके कारण काउंसिल ने राहुल कुमार का फार्मासिस्ट निबंधन और ट्रिब्यूनल निबंधन रद कर दिया।

    जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय द्वारा उठाए गए अल्पसूचित प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य विभाग ने यह बात स्वीकारी।

    विभागीय जांच में यह साबित हुआ कि योग्य सरकारी फार्मासिस्टों की सूची उपलब्ध होने के बावजूद तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने अयोग्य गैर सरकारी व्यक्ति को यह महत्वपूर्ण पद सौंपा।

    दोषियों पर कार्रवाई की मांग

    विधायक सरयू राय ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की। पूछा कि अयोग्य व्यक्ति की नियुक्ति के लिए षड्यंत्र रचने वालों के खिलाफ सरकार कब तक कार्रवाई करेगी।

    हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस सवाल पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और दोषियों पर कार्रवाई के मुद्दे पर चुप्पी साध ली।

    इस गंभीर मुद्दे पर विधानसभा में विस्तृत चर्चा नहीं हो सकी, क्योंकि सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नारेबाजी और हंगामे के कारण कार्यवाही को दोपहर स्थगित करना पड़ा।