Ghatshila By Election: घाटशिला उपचुनाव में भारत आदिवासी पार्टी भी उतारेगी उम्मीदवार, नाम पर हो रही चर्चा
भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। पार्टी का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के अधिकारों का प्रतिनिधित्व करना है। उनका मानना है कि विधानसभा में आदिवासी समुदाय की आवाज उठना जरूरी है। उम्मीदवार के चयन और चुनावी रणनीति पर विचार चल रहा है। बीएपी के इस कदम से अन्य दलों की रणनीति पर भी प्रभाव पड़ेगा।

जागरण संवाददाता, रांची। भारत आदिवासी पार्टी झारखंड प्रदेश की बैठक टाना भगत सभागार बनहौरा में सोमवार को प्रेम शाही मुंडा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का संचालन प्रदेश महासचिव कृष्ण हांसदा ने किया।
इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद राजकुमार रोत व झारखंड प्रभारी विधायक थावर चंद्र डामोर सहित कई जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में झारखंड की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई।
नेताओं ने कहा कि राज्य में भारत आदिवासी पार्टी की मौजूदा समय में महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन सरकार ने आदिवासी समाज से जुड़े मुद्दों जैसे पेसा कानून, ट्राइबल सब प्लान और स्थानीय नीति पर ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया कि संगठन को ग्राम और जिला स्तर पर मजबूत किया जाएगा तथा सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। बैठक में पेसा कानून के मुख्य प्रशिक्षक पंचानन सोरेन ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
सांसद राजकुमार रोत ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अब समय है जब आदिवासी समाज को अपने राजनीतिक अधिकारों के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। विधायक थावर चंद्र डामोर ने कहा कि भारत आदिवासी पार्टी को जनआंदोलन की ताकत बनाना होगा।
बैठक में तीन प्रमुख प्रस्ताव पारित किए गए घाटशिला उपचुनाव में उम्मीदवार उतारना, जनवरी 2026 तक राज्य और जिला कमेटियों का पुनर्गठन करना, व आदिवासियों के हितों के लिए जनआंदोलन को गति देना। बैठक में अजय कच्छप, सुरेंद्र लिंडा, अभय भूट कुवर, सुशील बारला, मदन सोरेन, अमृत तिर्की, दीपक टूटी और महादेव मिंज उपस्थित रहे।
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